पूछताछ में बालकों ने पुलिस को बताया कि कुछ सुबह 6 से रात 9 बजे तक तो कुछ सुबह 7 से रात10 बजे तक काम करते हैं। बीच में उन्हें केवल खाना खाने का समय मिलता है। दरगाह में दुकानों पर काम करने वाले बच्चे बिहार, बंगाल आदि प्रदेश के हैं। बताया जा रहा है कि इन्हें 15 घंटे काम के बदले 150 से 300 रुपए तक मेहनताना मिलता है।
पुलिस इस दिशा में भी काम कर रही है कि कहीं बच्चाें से बंधुआ मजूदरी तो नहीं करवाई जा रही। दरगाह थाना अधिकारी दलबीर सिंह ने बताया कि इस बारे में भी अनुसंधान किया जाएगा।
पुलिस ने कार्रवाई के बाद चेतावनी भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा। ऐसे में दरगाह या दरगाह क्षेत्र सहित शहर में बाल श्रम का मामला सामने आया तो भादंस की धारा 374 और जेजे एक्ट की धारा 79 के तहत कठोर दण्डनीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
कार्रवाई में थाना अधिकारी दलबीर सिंह, एसआई दुर्गेश कुमार, सिपाही प्रेमा राम, धर्मेन्द्र, भरत, रामदत्त, ममता व रंजू शामिल रहे।