एक साल पहले से चल रही है तैयारी कन्द्र सरकार ने पिछले साल ही ‘चार्जिग इंस्ट्रक्शन फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल-गाइडलाइन्स एंड स्टैंडर्डस’ जारी कर दिए थे। ऊर्जा विभाग ने इस वर्ष अपे्रल माह में इसके लिए जयपुर डिस्कॉम को रा’य में नोडल एजेंसी बनाया गया है।
कनेक्शन के लिए करना होगा आवेदन इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिग स्टेशन खोलने ( vehicle-charging-station) के लिए निगम को कनेक्शन के लिए आवेदन करना होगा। आवेदनक को घरेलू कनेक्शन जारी किया जाएगा। इसके लिए खुद या किराए की भूमि होना आवश्यक है। भूमि किराए की होने की स्थिति में भू स्वामी की सहमति आवश्यक है। इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिग सेंटर पर चार-पांच वाहन एक साथ चार्ज किए जा सकेंगे,वाहन पार्किग जरूरी होगी। फास्ट चार्जिग, स्लो चार्जिग, बैट्री एक्सचेंज आदि की व्यवस्था भी करनी होगी।
अभी तक बिजली नहीं बेचने का था नियम विद्युत नियमों के तहत विद्युत कनेक्शन धारक बिजली को न तो बेच सकता है और न ही उधार ही दे सकता है। नियमों के तहत यह अपराध व विद्युत दुरुपयोग की श्रेणी में आता है। विद्युत निगम एेसे मामलों में कार्रवाई करता है।
सडक़ों पर इलेक्ट्रिक वाहनों की भरमार पूर्व में सडक़ों पर ई-बाइक आई लेकिन यह अधिक सफल नहीं हो सकी। वहीं अब सडक़ों ई-रिक्शा की भरमार हो गई है। बड़े शहरों में प्रदूषण रोकने के लिए बैट्री बसें,ऑटो रिक्शा सहित अन्य वाहन संचालित हो रहे हैं। पेट्रोलियम पदार्थों के सीमित होने के कारण इलक्ट्रिक वाहनों ( electric vehicle ) का संचालन बढ़ेगा। भविष में वाणि’ियक वाहन भी बैट्री से संचालित होंगे।