रात में भारी बारिश बांध का जलस्तर 257.85 मीटर पहुंचते ही सुबह 5 बजे जल संसाधन विभाग अधिकारियों ने बांध के 6 गेटों को खोलकर पानी की निकासी शुरू की। 6 गेटों को एक साथ दो मीटर तक खोलकर पानी निकासी की गई, लेकिन बांध में पानी बढऩे से करीब 6 बजे इनमें से तीन गेटों को ढाई मीटर तक खोल दिया गया। दोपहर बाद बांध में पानी की आवक कम होने पर करीब 3 बजे पांच गेटों को आधा मीटर तक खोलकर पानी निकासी की गई।
इधर, बांध से पानी निकासी के बाद गंभीर नदी में पानी हिलोरें मारने लगा। यह पानी गंभीर नदी से होते हुए भरतपुर तक पहुंचेगा। जल संसाधन विभाग जयपुर के अधीक्षण अभियंता अम्बुज त्यागी, अधिशासी अभियंता सुशीलकुमार गुप्ता ने बताया कि बांध में पानी आवक की स्थिति देखने के बाद 257.60 मीटर पर फिक्स होने के बाद गेटों को बंद किया जाएगा।
रातभर डटे रहे अभियंता इलाके में बारिश के दौर के चलते जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता सुशीलकुमार गुप्ता, सहायक अभियंता रामलखन मीना, कनिष्ठ अभियंता सुशील गुर्जर सहित अन्य कार्मिक बांध पर निगरानी के लिए डटे रहे। सुबह जयपुर से विभाग के अधीक्षण अभियंता अम्बुज त्यागी भी पहुंच गए, जिन्होंने बांध और पानी की स्थिति का जायजा लिया।
यूं हुई पांचना से जल निकासी – पांचना बांध का कुल जलभराव : 258.62 मीटर (2100 एमसीएफटी) – कुल गेट : 7 बांध का गेज : 257.85 मीटर सुबह 5 बजे 6 गेट 2 मीटर तक खोले
सुबह 6 बजे 3 गेट दो मीटर, 3 गेट ढाई मीटर खोले सुबह 8 बजे 6 गेट 2 मीटर सुबह 10 बजे अन्तिम 7 नम्बर गेट बंद सुबह 10 बजे 5 गेटों को डेढ़ मीटर किया
दोपहर 3 बजे 5 गेटों को आधा मीटर किया शाम 5 बजे 5 गेटों से 30 सेमी निकासी करौली में 178, कालीसिल बांध क्षेत्र में 367 एमएम बारिश करौली जिला मुख्यालय पर बीते 24 घण्टे के दोरान सोमवार सुबह 8 बजे तक 140 एमएम बारिश हुई, वहीं सोमवार को दिन में भी झमाझम बारिश का दौर चला। इस दौरान 38 एएम बारिश दर्ज की गई। जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता सुशील गुप्ता के अनुसार रविवार सुबह से सोमवार सुबह तक कालीसिल बांध क्षेत्र में 255 एमएम बारिश हुई, जबकि सोमवार को दिन में 112 एमएम बारिश दर्ज की गई।
वहीं करौली क्षेत्र में इस अवधि में 178 एमएम बारिश हुई है। इसके अलावा सपोटरा इलाके में सुबह 8 बजे तक 184 एमएम, मण्डरायल इलाके में 152 एमएम बारिश तथा पांचना बांध क्षेत्र में 105 एमएम बारिश दर्ज की गई। इधर करौली का रियासतकालीन रणगमां ताल भी छलक उठा और मोरी चलने लगी है।
600 एमसीएफटी पानी की निकासी
पांचना बांध में पानी की भारी आवक के चलते करीब 12 घण्टे की अवधि में लगभग 600 एमसीएफटी पानी की निकासी की गई। लोगों की जुटी भीड़ बांध-तालाबों में पानी देखने की खातिर सुबह से ही लोगों को इन स्थानों पर पहुंचना शुरू हो गया। बड़ी संख्या में महिला, पुरुष और बच्चे पांचना बांध, मामचारी बांध, भद्रावती नदी और रणगमां तालाब पर पहुंच गए। हालांकि बांधों पर पुलिस जाप्ता तैनात रहा, लेकिन भीड़ अधिक होने से पुलिसकर्मियों को मशक्कत करनी पड़ी।