अजमेर में बने केन्द्रीकृत दरगाह बोर्ड नसीरूद्दीन ने बताया कि देश की सभी दरगाहों के विकास, जायरीन सुविधा और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर का धार्मिक स्थल बनाने के लिए केन्द्रीकृत दरगाह बोर्ड की जरुरत महसूस की जा रही है। इसके लिए शीघ्र ही सभी दरगाह के सज्जादानशीन केन्द्र सरकार से मिलकर इसकी मांग करेंगे। उन्होनंे बताया कि चूंकि अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की विश्वविख्यात दरगाह है लिहाजा इस केन्द्रीकृत दरगाह बोर्ड की स्थापना भी अजमेर में की जानी चाहिए।
कश्मीरी जनता को मिले राहत कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद उत्पन्न स्थितियों का आकलन करने के लिए हाल ही में देश भर की दरगाहों के सज्जादानशीन कश्मीर की यात्रा करने गए थे। वहां के हालात का जिक्र करते हुए नसीरूद्दीन ने बताया कि पिछले ढाई महीने से कश्मीर में पत्थरबाजी की घटना नहीं हुई है। हालांकि टेलीफोन सेवाएं, व्यापार और खेती का काम ठप होने से वहां के लोगों में नाराजगी है। केन्द्र सरकार को हालात सामान्य करने और लोगों को राहत देने के लिए शीघ्र ही पुख्ता कदम उठाने चाहिए। उन्होने बताया कि कश्मीर पर चार सूत्री मांग पत्र भी शीघ्र केन्द्र सरकार को सौंपा जाएगा।
करतारपुर कॉरिडोर पर शुल्क की आलोचना भारत-पाकिस्तान के बीच खुले पंजाबी धार्मिक स्थल करतारपुर कॉरीडोर केलिए श्रद्वालुओं से पाकिस्तान सरकार द्वारा शुल्क वसूलने की आलोचना करते हुए नसीरूद्दीन ने कहा कि धार्मिक स्थल दर्शन के लिए श्रद्धालुओं से शुल्क वसूली गलत निर्णय है। पाकिस्तान को किसी भी धर्म की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए। बेहतर होगा पाकिस्तान सरकार इस शुल्क को हटा दे।
देश के सज्जादानशीन ने की शिरकत अधिवेशन में दरगाह दीवान सैयद आबेदीन अली, दिल्ली दरगाह निजामुद्दीन औलिया के दीवान फरीद निजामी, आगरा के सैयद इनायत अली, तेलंगाना के असरार हुसैन रिजवी, बिहार शरीफ के तारिक इनायत अली, बरेली के मेहंदी मियां निजामी, हैदराबाद दरगाह के शाह खामोश अकबर निजामुद़दीन, गुजरात से अंजुम फरीद शेख सहित देश की अनेक दरगाहों के सज्जादानशीन शामिल थे।