बाडमेर पुलिस और जिला प्रशासन ने रिपोर्ट तैयारी करने के लिए कुछ वक्त मांगा। साथ ही बीते वर्ष 11 दिसंबर तक विधानसभा चुनाव में व्यस्तता का हवाला दिया। आयोग ने भी कोई जल्दबाजी नहीं की। लेकिन अब चुनाव खत्म हुए 20 दिन बीत चुके हैं। फिर भी रिपोर्ट आयोग में नहीं पहुंची है। इस बीच बाडमेर में नए जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक पदभार संभाल चुके हैं।
हिंदी के पेपर से जुड़ी विस्तृत रिपोर्ट पर आयोग को बड़ी कार्रवाई करनी है। अध्यक्ष दीपक उप्रेती की सदारत में फुल कमीशन इस पर चर्चा करेगा। आयोग केंद्राधीक्षक, कर्मचारी-पार्षद के खिलाफ कार्रवाई करेगा। इसके अलावा हिंदी के पेपर और चिन्हित हुए एक दर्जन अभ्यर्थियों और अन्य के भविष्य का फैसला होगा।