आयोग और पुलिस की गहन पड़ताल में बाडमेर की एक निजी संस्था और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी चिन्हित हुआ। इसके अलावा जांच में एक दर्जन अभ्यर्थी भी शक के दायरे में आए हैं। आयोग अध्यक्ष दीपक उप्रेती और सचिव पी. सी. बेरवाल को रिपोर्ट मिल गई है।
-शक के दायरे में आए अभ्यर्थियों, कर्मचारी और केंद्र को आयोग कर सकता है नियमानुसार डिबार -वॉट्सएप का केवल बाडमेर में बहुत ज्यादा हाथों में पहुंचना सामने आया तो यहां हिंदी की परीक्षा कराई जा सकती है दोबारा
-चिन्हित आरोपित की संख्या पुलिस और प्रशासनिक रिपोर्ट के अनुरूप समान है, तो केवल उनका ही रोका जाएगा परिणाम रोका जाएगा।
-चिन्हित आरोपितों की संख्या ज्यादा होने, अधिक वॉट्सएप समूह पर पेपर को डालने की सूरत में दोबारा कराई जा सकती है हिंदी की परीक्षा