Ajmer News: भर्ती परीक्षाओं-साक्षात्कार सहित काउसंलिंग और दस्तावेज सत्यापन में अब अभ्यर्थियों का बायोमेट्रिक सत्यापन किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को आधार कार्ड के माध्यम से बायोमेट्रिक सत्यापन की मंजूरी प्रदान की है। इससे डमी और फर्जी अभ्यर्थियों की पहचान करने में सहूलियत होगी।
सचिव रामनिवास मेहता के मुताबिक, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती-2022 सहित विभिन्न परीक्षाओं में डमी- फर्जी अभ्यर्थियों को बैठाने, काउंसलिंग में फर्जी दस्तावेज लगाने के मामले पकड़े गए थे। इसके बाद आरपीएससी ने कार्मिक विभाग को बायोमेट्रिक सत्यापन का प्रस्ताव भेजा। विभाग ने बीते 8 मई को केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को पत्र भिजवाया। मंत्रालय ने आधार एक्ट 2016 की धारा 4 एवं आधार ऑथेंटिकेशन फॉर गुड गवर्नेस नियम 2020 के तहत आधार कार्ड से अभ्यर्थियों के सत्यापन की मंजूरी दी है।
आधार कार्ड अहम
आधार कार्ड आमजन की विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया है। यूआइडीएआइ एक ऑनलाइन बायोमेट्रिक (फिंगर, फेस, आइरिस) सत्यापन सुविधा प्रदान करता है। इसमें 12 अंकों की विशिष्ट आधार संख्या बायोमेट्रिक्स सहित अन्य विशेषताओं के सत्यापन के लिए केंद्रीय पहचान डाटा रिपॉजिटरी को भेजी जाती है।
इनमें कर सकेंगे इस्तेमाल
– आयोग की सभी भर्ती परीक्षाओं में – कैंपस में होने वाले साक्षात्कार – काउंसलिंग के दौरान दस्तावेज जांच में
ऐसे सामने आए अभ्यर्थियों के फर्जीवाड़े
– फोटो में हेराफेरी कर डमी अभ्यर्थियों को बैठाया परीक्षा में
– आवेदन में फॉर्म में लगाई अस्पष्ट फोटो – जन्म तिथि में हेराफेरी – मेवाड़ यूनिवर्सिटी के जरिए बनाई फर्जी डिग्री