आरएएस 2023 में राज्य सेवा में 424 और अधीनस्थ सेवा में 481 पद शामिल हैं। इनमें आरएएस के 67 और आरपीएस के 60 पद हैं। तहसीलादार सेवा अधीनस्थ सेवा में आती है। इस बार भी आरएएस और आरपीएस के अलावा 3.45 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने तहसीलदार सेवा के लिए आवदेन किया है।
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पिछली भर्तियों में तहसीलदार सेवा पद
आरएएस 2012: 85
आरएएस 2013: 40आरएएस 2016: 210
आरएएस2018: 130आरएएस 2021: 101
आरएएस 2023: 114
तहसीलदार सेवा में अभ्यर्थी
वर्ष आवेदन परीक्षा में शामिल2013 50 हजार 1.71 लाख
2016 1.50 लाख 3.3 लाख2018 1.90 लाख 3.76 लाख
2021 2.70 लाख 3.20 लाख
यूं भरते हैं सेवा प्राथमिकता क्रम….
अभ्यर्थी आरएएस को प्रथम, आरपीएस को दूसरी प्राथमिकता में रखते हैं। तीसरे स्थान पर अधीनस्थ सेवा के तहत राजस्थान तहसीलदार सेवा को महत्व देते हैं। इसके बाद परिवहन, वाणिज्यिक, लेखा, सहकारिता सेवा पर फोकस होता है।
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त्वरित प्रमोशन बड़ी वजह
राजस्थान तहसीलदार सेवा (आरटीएस ) में त्वरित प्रमोशन होते हैं। आरएएस एवं आरपीएस में चयन से वंचित अभ्यर्थी नायब तहसीलदार बनता है। नौकरी के 10 से 17 साल में पदोन्नत होकर आरएएस बन जाता है। इसमें फील्ड जॉब का आकर्षण भी होता है।
आरएएस और आरपीएस के बाद तहसीलदार सेवा को प्राथमिकता में रखने का ट्रेंड शुरू से है। फील्ड जॉब का चार्म और पदोन्नति के अवसर भी नियमानुसार होते हैं। इसलिए तहसीलदार सेवा में अभ्यर्थियों की रुचि सर्वाधिक रहती है।
डॉ. शिवसिंह राठौड़, पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष आरपीएससी