NIRF रैंकिंग वाले संस्थान
पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के तहत नेशनल इंस्टीट्यूट रैंकिंग फ्रेमवर्क से रैंकिंग लेने वाले संस्थानों के विद्यार्थियों को ही लाभ मिलेगा। राज्य में जयपुर के एमएनआईटी, भारतीय स्किल यूनिवर्सिटी, सुरेश ज्ञानविहार, एसएमएस मेडिकल कॉलेज, मणिपाल यूनिवर्सिटी, वनस्थली विद्यापीठ, जोधपुर के एस और आईआईटी, बिट्स पिलानी, आईआईएम उदयपुर, एमएल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी। इनमें मेडिकल, इंजीनियरिंग, उच्च शिक्षा वाले संस्थान शामिल हैं। इनके पास नहीं रैंकिंग
राजस्थान के 27 सरकारी यूनिवर्सिटी सहित 53 निजी यूनिवर्सिटी, 7 डीड यूनिवर्सिटी, 557 सरकारी कॉलेज, 1800 प्राइवेट कॉलेज हैं। इनमें से 11 को छोड़कर अधिकांश के पास एनआईआरएफ रैंकिंग नहीं है। इसके चलते 90 प्रतिशत से ज्यादा विद्यार्थियों को पीएम विद्यालक्ष्मी योजना का फायदा नहीं मिल पाएगा।
क्या है पीएम विद्यालक्ष्मी योजना?
7.5 लाख रुपए तक लोन पर छात्रों को बकाया राशि पर 75 प्रतिशत की क्रेडिट गारंटी मिलेगी। इससे बैंकों को इस योजना के तहत शिक्षा लोन देने में मदद मिलेगी। इसके अलावा जिन छात्रों की सालाना पारिवारिक आय 8 लाख रुपए तक है और जो सरकार की अन्य छात्रवृत्ति या ब्याज सब्सिडी के लिए पात्र नहीं हैं, उन्हें 10 लाख रुपए तक के लोन पर मोरेटोरियम अवधि के दौरान 3 प्रतिशत की ब्याज सब्सिडी मिलेगी।