ऐसे में पिछले कई साल से मानसून में बीसलपुर बांध लबालब होने और जलदाय विभाग को पूरा बिल भरने के बाद भी शहरवासी पेयजल के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। जलदाय विभाग की ओर से कई-कई दिन के अंतराल में जलापूर्ति की जा रही है। इसके अतिरिक्त सप्लाई का समय भी निश्चित नहीं है।
वैशाली नगर क्षेत्र के पंचशील, चाणक्यपुरी, मित्रनगर, गणपति नगर सहित आस-पास की कॉलोनियों के बाशिंदे पेयजल संकट से त्रस्त हैं। यहां कभी सुबह तो कभी दिन में, कभी शाम को पानी आ रहा है। इसके चलते लोग कहीं आ जा नहीं पा रहे है। अमरदीप कॉलोनी में हाल ही में नई पाइप लाइन डाली गई, लेकिन समस्या कम होने की बजाय बढ़ गई।
पानी आने का कोई समय निश्चित नहीं है। नल कभी भी टपक जाते हैं। फिर पानी आता भी है तो थोड़ी देर के लिए। पर्याप्त नहीं आता है।
पुष्पा सेठी (अलखनंदा कॉलोनी) कल ही तीन दिन बाद पानी आया है। वो भी पूरा नहीं आया। वैसे तो हमारी कॉलोनी में आमतौर पर सुबह पानी आता है, लेकिन जिस दिन सुबह पानी नहीं आता। उस दिन बाहर जाने के सारे
काम पानी आने पर ही निर्भर रहते हैं।
नूतन पाराशर (गणपति नगर)
मैं तो अपने रिश्तेदार के यहां पुष्कर से आई हूं, लेकिन पानी की किल्लत हमारे यहां भी बहुत है। हमारे यहां 3-4 दिन में एक बार पानी आ रहा है। जब आता है तो वो भी कुछ देर के लिए। – निर्मला शर्मा
हमारे यहां आज पानी की सप्लाई होनी थी। दिनभर पानी का इंतजार करते रहे, लेकिन पानी नहीं आया। जबकि हमारी कॉलोनी में ही पानी की टंकी है, लेकिन फिर भी लोग प्यासे हैं।
निष्ठा शर्मा (एलआईसी कॉलोनी) \क्च