पट्टे मिल नहीं रहे, नक्शा कैसे पास !
पार्षद सिंह का कहना है कि यहां क्षेत्रवासियों को पट्टे ही नहीं दिए जा रहे ऐसे में आवासीय नक्शा पास करने की जांच की जानी चाहिए। शिकायत पर निगम की कनिष्ठ अभियंता महिमा ने मौका रिपोर्ट तैयार की।इनका कहना है
मामले की जांच की जा रही है। मौके पर निर्माण कार्य बंद करा दिया है। भवन स्वामी से दस्तावेज तलब किए हैं।
ललित मोहन शर्मा, सहायक अभियंता
नगर निगम अजमेर।
निर्माणाधीन बेसमेंट की दीवार ढही, महिला श्रमिक सहित दो दबे. .बची जान-कस्टोडियन भूमि पर बन रहे बेसमेंट में हुआ हादसा, पार्षद ने की थी नगर निगम में शिकायत अजमेर. तोपदड़ा क्षेत्र में माथुर के भट्टे के पास बुधवार सुबह निर्माणाधीन इमारत में बेसमेंट की खुदाई के दौरान अचानक दीवार भरभराकर ढह गई। दीवार के नीचे काम कर रहे दो श्रमिक मलबे में दब गए। साथी श्रमिकों ने कड़ी मशक्कत कर उन्हें बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को छुट्टी दे दी गई। क्लॉक टावर थाना पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है।
अवैध बेसमेंट में हो रहा था काम
बुधवार सुबह 10.30 बजे तोपदड़ा स्थित माथुर के भट्टे के सामने निर्माणाधीन कॉम्पलेक्स में खोदे जा रहे अवैध बेसमेंट की खुदाई के दौरान दीवार ढह गई। दीवार ढहने से मौके पर काम कर रहे श्रमिक मध्यप्रदेश पन्ना सुनवानी कलां झिरांटा निवासी संगीता व उसका भाई जाहर बर्मन दीवार के मलबे में दब गए।साथी श्रमिकों ने हटाया मलबा
दीवार ढहने की आवाज सुनकर आसपास के लोग जुट गए। काम कर रहे साथी श्रमिक रूपलाल, नत्थू व अन्य ने मलबा हटाया। सूचना पर पार्षद रणजीत सिंह व 112 हेल्पलाइन दल घटनास्थल पर पहुंचा। पुलिस मदद से श्रमिकों ने तत्काल मलबा हटाकर संगीता व जाहर को निकाला। दोनों को 108 एम्बुलेंस से जेएलएन अस्पताल पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने छुट्टी दे दी। क्लॉक टावर थाने से एएसआई राजेश सिंह, भरत कुमार व हैडकांस्टेबल भागचन्द चोयल जाप्ते के साथ पहुंचे। पुलिस ने दोनों श्रमिकों के बयान दर्ज किए।
धड़ तक मलबे में दबाप्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दीवार के मलबे से जाहर ने बचने की कोशिश की मगर मलबा उसके ऊपर गिर गया। गनीमत रही कि उसके पैर और धड़ तक मलबा गिरा जबकि सिर और चेहरा मलबे से बाहर रह गया। इसी तरह संगीता के भी पैर मलबे में दबे।
शिकायत के बाद भी नक्शा पास
वार्ड 57 के पार्षद रणजीत सिंह ने बताया कि चूना भट्टा चौराहा के सामने बन रही इमारत का अवैध तरीके से बेसमेंट खोदा जा रहा था। मामले में नगर निगम को शिकायत कर रखी थी लेकिन इसके बावजूद निगम ने संरक्षित (कस्टोडियन) भूमि पर नक्शे पास कर दिए।डेढ़ माह पहले भी हादसा
पार्षद रणजीत सिंह ने बताया कि डेढ़ माह पहले पाल बीचला में भी हादसा पेश आ चुका है। तब भी नगर निगम को पूर्व सूचना व शिकायत दी गई लेकिन उसके बावजूद काम पूरा हो गया।