मामले में बुधवार को पीह थांवला निवासी कार बाजार संचालक सुरेश गुर्जर के चाचा भैराराम ने पीसांगन थाने में सुरेश की गुमशुदगी दर्ज कराई। इसमें बताया कि वे भतीजे सुरेश के साथ कालेसरा में सोनू गुर्जर उर्फ सन्नी के घर कार के बकाया पैसे लेने पहुंचे। यहां सोनू व उसके साथी मुकेश गुर्जर ने घर बुलाकर रुपए देने की बात कही फिर उन्हें वापस पीसांगन भेज दिया। काफी समय बाद भी सुरेश नहीं लौटा तो उन्होंने आरोपियों के पास जाकर उसके पूछताछ की उन्होंने उसके रुपए लेकर वहां से जाने की बात कही। भतीजे का कहीं पता नहीं चलने पर उन्होंने पीसांगन थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।
पीसांगन थानाधिकारी विक्रम सिंह सेवावत ने बताया कि बुधवार को सोनू व मुकेश गुर्जर को डिटेन कर पूछताछ की तो आरोपियों ने सुरेश गुर्जर की हत्या करना कबूल लिया। उन्होंने बताया कि सुरेश कार बाजार चलाता था। उससे एक कार (बोलेरो) का सौदा हुआ, जिसमें 50 हजार की राशि एडवांस जमा कराई गई। बकाया 7 लाख रुपए बैंक से फाइनेंस होने पर देने की बात हुई।
बुधवार को सुरेश को बकाया राशि देने को लेकर कालेसरा बुलवाया। सुरेश को चाय पिलाने के बहाने पीछे से मुकेश ने सुरेश के सिर में लोहे की रॉड से वार किए। इससे उसका सिर फट गया। आरोपी शव को कंबल में लपेटकर बोलेरो में डालकर बुधवार देर रात्रि दौलतखेड़ा मार्ग जेठाना बाईपास पर खंडहरनुमा मकान में शव फेंककर चले गए।
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करा शव परिजन के सुपुर्द कर दिया। प्रकरण में हीरालाल गुर्जर ने हत्या का मामला दर्ज कराया है। वहीं पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरतार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी कर्ज में डूबे हुए थे।