एडीए ने किरानीपुरा से हटाया अतिक्रमण
बन चुकी हैं सघन बस्तियां दरगाह-तारागढ़-आमाबाव के इलाके में पहाडिय़ों पर अवैध कब्जे सर्वाधिक हुए हैं। यहां सघन बस्तियां बन चुकी हैं। यही स्थिति नागफणी-बोराज क्षेत्र, आंतेड़-राजीव कॉलोनी की पहाड़ी इलाकों की है। लोगों ने पहाड़ी क्षेत्र में नालों-पथरीले इलाकों में अवैध बाड़े, मकान बना लिए हैं। मालूम हो कि साल 2011-12 में राजस्थान हाईकोर्ट ने अरावली से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। तत्कालीन संभागीय आयुक्त अतुल शर्मा के कार्यकाल में कच्ची बस्तियों में नोटिस भी जारी हुए, लेकिन सियासी दलों के विरोध के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
वन विभाग ने पिछले दस महीने में नागफणी इलाके से दो बार अतिक्रमण हटाया था। अप्रेल में कुछ लोगों ने विभाग की 800 वर्ग गज जमीन पर कमरे-चारदीवारी बना ली थी। वन विभाग की टीम ने मौके पर निर्माणाधीन कमरे-चारदीवारी को हटाया। इसी क्षेत्र में बीते साल जुलाई-अगस्त में भी नींव खोदकर कमरों के निर्माण का प्रयास किया गया था। उस समय भी विभागीय टीम ने कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाया था।
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इनका कहना है…ध्वस्त मकान वन विभाग की जमीन पर है या नहीं पहले इसकी जांच कराई जाएगी। वन विभाग की जमीन पर कहां-कहां कब्जे और अतिक्रमण हैं, इसका अवलोकन कराएंगे। इसके बाद सरकार(Government) को रिपोर्ट भेजेंगे।