सॉफ्टवेयर तैयार निगम ने रात्रि 11 से सुबह 6 बजे तक की विद्युत उपभोग की गणना के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया है। जल्द ही इसे वृहद औद्योगिक श्रेणी के उपभोक्ताओं के मीटरों में डाला जाएगा। इसके लिए हाल ही निगम अभियंताओं तथा मीटर निर्माता कम्पनियों के बीच बैठक भी हो चुकी है।
निगम, किसान व उद्योगों को होगा फायदा
आमतौर पर बिजली कम्पनी 5 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदती है, जबकि रात्रि में यह दर 3 रुपए ही पड़ती है। रात्रि में बिजली की उपलब्धता भी अधिक होती है। ऐसे में वृहद् श्रेणी के उपभोक्ताओं को बिजली देने से निगम व उपभोक्ता दोनों को ही फायदा होगा। रात में वृहद् श्रेणी के उपभोक्ताओं के बिजली उपभोग के चलते निगम के पास दिन में अधिक बिजली उपलब्ध रहेगी। जिससे किसानों को दिन में बिजली दी जा सकेगी।
इस तरह भी कम होगा बिल यदि उपभोक्ता प्री-पेड मीटर लगवाता है तो उसे बिल में 15 पैसे प्रति यूनिट की छूट भी मिलेगी। मध्यम (एचटी) औद्योगिक उपभोक्ताओं को वित्तीय वर्ष 2018-19 के आधार वर्ष से ज्यादा उपभोग पर अधिक उपभोग की सीमा तक दर में 55 पैसे प्रति यूनिट की छूट फरवरी माह से दी जाएगी। जबकि, वृहद औद्योगिक श्रेणी उपभोक्ताओं को वित्तीय वर्ष 2018-19 के आधार वर्ष से ज्यादा उपभोग पर 85 पैसे प्रति यूनिट की छूट दी जाएगी। इसी तरह अन्य वृहद औद्योगिक उपभोक्ताओं की ऊर्जा प्रभार दर 1 रुपए प्रति यूनिट कम की गई है।
कहां कितने उपभोक्ता
निगम के पास वृहद् औद्योगिक श्रेणी के उपभोक्ताओं की संख्या 4 हजार 570 है। इनमें से 223 कनेक्शन जलदाय विभाग के हैं। अजमेर जिला सर्किल में सर्वाधिक 907 वृहद औद्योगिक श्रेणी के उपभोक्ता हैं। भीलवाड़ा में 722, नागौर में 338, उदयपुर में 597, राजसमंद में 762, चित्तौडगढ़़ में 275, प्रतापगढ़ में 17, बांसवाड़ा में 106, डूंगरपुर में 47, झुंझुनूं में 134, सीकर में 304 व अजमेर सिटी सर्किल में 291 वृहद औद्योगिक श्रेणी के उपभोक्ता हैं। इनमें 79 जलदाय विभाग के कनेक्शन है। फ्रेंचायजी कम्पनी के पास 87 औद्योगिक जबकि 64 कनेक्शन जलदाय विभाग के हैं, जो वृहद श्रेणी के हैं।
इनका कहना है नई व्यवस्था 1 अपे्रल से लागू हो जाएगी। 20 मार्च तक सेग्रीगेशन का काम पूरा हो जाएगा। 150 एचपी से अधिक के उपभोक्ताओं का इसका लाभ मिलेगा। रात्रि में बिजली लेने पर इन्हें छूट दी जाएगी।
वी.एस.भाटी,एमडी अजमेर डिस्कॉम read more:
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