शहीद का पुत्र ईशाक खान बताता है कि उसे भी भारतीय सेना में भर्ती होना है। ईशाक पिता का सपना पूरा करना चाहता है। इसी तरह कई युवा अभी भी सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहे हैं। उनके भाई मदारी के अनुसार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का नाम भी शहीद देबी खान चीता के नाम कर दिया गया है।
25 युवा कर रहे हैं भर्ती की तैयारी, कई हैं फौज में चन्द्रवरदाई स्टेडियम व डिफेन्स कोचिंग सेन्टरों पर वर्तमान में 25 से अधिक युवा सेना भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। इसमें फिजिकल के साथ लिखित परीक्षा को लेकर युवा जुटे हुए हैं। यही नहीं वर्तमान में कई लोग भारतीय फौज में सेवाएं दे रहे हैं। वहीं सरकार की ओर से यहां स्कूल का नामकरण भी शहीद देबी खान राउमावि के नाम से कर दिया है। शहीद के स्मारक (मजार) से भी युवाओं में देश सेवा का जज्बा एवं जोश पैदा हो रहा है।