चिल्ड्रेन पार्क के निर्माण के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से जनवरी में टेंडर भी जारी कर दिया गया था। इसका निर्माण सितम्बर में पूरा होना था। पांच ठेकेदार फर्मों ने इसके लिए टेंडर भी दाखिल कर दिए थे। बाद में स्मार्ट सिटी द्वारा ओपन स्पेस के आगे चिल्डे्रन प्ले इक्यूपमेंट भी जोड़ दिया गया और संशोधन भी कर दिया गया। इस संसोधन की आड़ में बहुत सी फर्में निवादा से ही बाहर हो गई। दूसरे संशोधन में तो मूल्याकन मापदंडों को ही बदल दिया गया। इसकी शिकायत सीईओ और एसीईओ तक पहुंची तो उन्होनें शिकायत को सही मानते हुए टेंडर निरस्त कर पुन: टेंडर किए जाने के निर्देश दिए थे।
चिल्ड्रेन पार्क के लिए एडीए ने स्मार्ट सिटी को 3 एकड़ ओपन लैंड सौंपी थी। चिल्ड्रेन पार्क के निर्माण पर 7.30 करोड़ रुपए खर्च होने थे। पार्क में आकर्षक एंट्री प्वाइंट,म्यूजिकल फाउंटेन, झूले,बच्चों के पसंदीदा कार्टून कैरेक्टर,स्कल्पचर, लगाने, बच्चों के खेलने के लिए जगह ,पार्क में अधिक ऑक्सीजन छोडऩे वाले पौधे भी लगाने के साथ ही पार्क में बच्चों के साथ ही उनके माता-पिता व अन्य के लिए भी जोन बनाया जाना प्रस्तावित था।
चिल्ड्रेन पार्क का प्रस्ताव ड्रॉप कर दिया गया है। अब तकनीक को शामिल करते हुए बच्चों के लिए अन्य संभावना तलाशने के निर्देश दिए गए है। प्रकाश राजपुरोहित,सीईओ,स्मार्ट सिटी read more:गौरव पथ निखरेगा, डिजिटल लाइब्रेरी-विद्युत शवदाह गृह बनेंगे