सीबीएसई की 15 फरवरी से शुरू होने वाली 10वीं-12वीं की परीक्षा में 44 लाख से ज्यादा विद्यार्थी बैठेंगे। केंद्रों में सीसीटीवी लगने की शुरुआत हो गई है। इसकी मॉनिटरिंग मुख्यालय स्तर से होगी। इस साल से 75% से कम उपस्थिति वाले विद्यार्थी परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। सत्र 2025-26 से 10वीं-12वीं में साल में दो बार परीक्षा देने का विकल्प मिलेगा।
नीट में होंगे नवाचार राधाकृष्णनन की रिपोर्ट के इसरो के पूर्व प्रमुख आर. आधार पर केंद्र ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को भर्ती परीक्षाओं से अलग कर दिया है। नीट के ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन आयोजन पर चर्चा जारी है। इसमें 25 लाख से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे।
वार्षिक कलेंडर के अनुसार परीक्षा
आरपीएससी ने यूपीएससी की तर्ज पर वार्षिक कैलेंडर जारी किया है। इस साल 8 हजार से ज्यादा पदों की परीक्षा होगी। इनमें आरएएस, माध्यमिक शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क, भूजल, गृह विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, कारागार, चिकित्सा शिक्षा सहित अन्य विभाग शामिल हैं। यह भी पढ़ें
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इंटर्नशिप होगी पेड
इंजीनियरिंग कॉलेजों में नई शिक्षा नीति के तहत पेड इंटर्नशिप की शुरुआत होगी। तकनीकी शिक्षा विभाग और संस्थानों के स्तर पर बातचीत जारी है। विद्यार्थियों को ट्रेनिंग के दौरान प्रोत्साहन मिलेगा।सेमेस्टर पद्धति
महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेज में 2025-26 से यूजी तृतीय वर्ष में सेमेस्टर परीक्षा पद्धति लागू होगी। इस वर्ष से नई शिक्षा नीति के अनुसार यूजी-पीजी में सेमेस्टर सिस्टम से परीक्षाएं होंगी।रीट 27 को
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 27 फरवरी को रीट होगी। इसमें 13 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के बैठने की उम्मीद है। परीक्षा में बायोमेट्रिक अटेंडेंस जरूरी होगी। अभ्यर्थियों का डाटा सुरक्षित रखा जाएगा।बदलाव से विद्यार्थियों को मिलेगा फायदा
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार शैक्षिक संस्थानों में विभिन्न नवाचार किए र जाने हैं। विश्वविद्यालयों में सेमेस्टर की शुरुआत, परीक्षात्मक बदलाव अन्य विकल्प की शुरुआत होगी। निश्चित तौर पर विद्यार्थियों को फायदा मिलेगा।-प्रो. कैलाश सोडाणी, कार्यवाहक कुलपति, महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी