कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच अलवर में अपराध की दृष्टि से राहत की खबर है। लॉक डाउन के दौरान जिले में अपराध के ग्राफ में कमी आई है। अलवर और भिवाड़ी पुलिस जिले में घटित हुए अपराध के तुलनात्मक आंकड़ों से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
अलवर पुलिस जिले में मार्च-2019 और मार्च-2020 के अपराध के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन करें तो यहां हत्या के प्रयास, डकैती, धोखाधड़ी, छीना-झपटी, चोरी और सड़क दुर्घटना में कमी दर्ज की गई है। अपराध की दृष्टि से अति संवेदनशील भिवाड़ी पुलिस के 15 से 31 मार्च-2019 और 15 से 31 मार्च-2020 के आंकड़ों पर नजर डालें तो वाहन चोरी और सड़क हादसों में कमी आई है।
पुलिस की सख्ती से कार्रवाई बढ़ी अलवर जिले में लॉक डाउन के दौरान भले ही कई प्रकार के अपराधों में कमी आई हो, लेकिन पुलिस की सख्ती काफी है। इसके कारण वाहन जब्ती, चालान, शांतिभंग में गिरफ्तारी और सोशल मीडिया पर फेक न्यूज व भ्रामक पोस्ट डालने के मामले बढ़े हैं।
जिले में पुलिस पिछले कुछ ही दिनों में करीब ढाई हजार वाहनों पर कार्रवाई कर चुकी है तथा 200 से ज्यादा लोगों को लॉक डाउन में बेवजह घूमने पर शांतिभंग में गिरफ्तार कर चुकी है। सोशल मीडिया पर कोरोना सम्बन्धित भ्रामक पोस्ट डालने पर आधा दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं।
अलवर पुलिस जिला 1 से 31 मार्च तक तुलनात्मक आंकड़े अपराध 2019 2020 हत्या का प्रयास 3 1 धोखाधड़ी 12 10 डकैती 5 1 छीना-झपटी 2 0 चोरी 37 35
हादसे 62 55 भिवाड़ी पुलिस जिला 15 से 31 मार्च तक तुलनात्मक आंकड़े अपराध 2019 2020 वाहन चोरी 29 19 सड़क हादसे 31 17 अपहरण 6 5 अपराध में कमी आई
लॉक डाउन के दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं तथा पुलिस भी सड़कों पर पूरी तरह से मुस्तैद है। इसके कारण जिले में लॉकडाउन के दौरान अपराध में कमी आई है।
परिस देशमुख, पुलिस अधीक्षक, अलवर लॉक डाउन में लोगों के बेवजह घूमने पर पुलिस काफी सख्त है। जिसके कारण अपराधी बाहर निकल अपराध नहीं कर पा रहे हैं। लोगों की आवाजाही कम होने से सड़क हादसों में भी कमी आई है।
अमनदीप सिंह, पुलिस अधीक्षक, भिवाड़ी