मौजूदा वक्त महर्षि दयानंद सरस्वती सहित प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय का संचालन समय सुबह १०.३० से अपराह्न ४.३० बजे तक है। स्वायत्तशासी संस्थाएं होने से यहां राज्य सरकार के कैलेंडर के अनुसार अवकाश और फाइव-डे वीक लागू नहीं है। साथ ही संबंधित जिला कलक्टर के स्थानीय अवकाश (मेले या अन्य त्यौहार) लागू होते हैं। कुलाधिपति एवं राज्यपाल कल्याण सिंह ने सभी विश्वविद्यालयों के लिए समान अवकाश और अकादमिक कैलेंडर लागू करने के निर्देश दिए हैं। कुलपति प्रो.भगीरथ सिंह ने विश्वविद्यालय के एक्ट १९ (४) के तहत प्रदत्त शक्तियों में राजभवन का कैलेंडर लागू करने के आदेश दिए हैं।
कुलपति कर सकेंगे तीन छुट्टियां अब तक कुलपति दो अवकाश घोषित करने के लिए अधिकृत हैं। नए कैलेंडर के अनुसार कुलपति अब तीन अवकाश घोषित कर सकेंगे। इसका निर्धारण वह किसी समारोह या जरूरत के अनुसार कर सकेंगे।
यह हैं कैलेंडर के खास बिंदु -विश्वविद्यालय चलेगा सुबह १० से शाम ५ बजे तक -प्रतिमाह द्वितीय शनिवार को रहेगा अवकाश -कर्मचारी/अधिकारी के द्वितीय शनिवार को काम करने पर अतिरिक्त अवकाश (आरएच की तरह)
-जिला कलक्टर के उर्स/ पुष्कर मेले के अवकाश नहीं होंगे लागू -दिवाली की छुट्टियों की अवधि होगी कम -राज्य सरकार के कलैंडर के अनुसार रहेंगे अवकाश कार्मिक कर सकते हैं विरोध
राजभवन के कैलेंडर का विश्वविद्यालय के कर्मचारी विरोध कर सकते हैं। पूर्व में भी वे छुट्टियों में कटौती पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। हालांकि अब प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में समान कैलेंडर लागू होगा। राज्यपाल की सख्ती को देखते हुए इसमें फेरबदल की गुंजाइश कम है।
सभी विश्वविद्यालयों में राजभवन का कैलेंडर लागू होगा। जिला कलक्टर की घोषित छुट्टियां नहीं होंगी। द्वितीय शनिवार की छुट्टी और सरकारी कैलेंडर के अनुसार अवकाश होंगे। विवि का समय भी बदलेगा। इसके आदेश एकाध दिन में जारी होंगे।
-प्रो. भगीरथ सिंह, कार्यवाहक कुलपति मदस विवि