अनूठे प्रयोग से आम आदमी को रेलवे की विकास यात्रा को नजदीक से देखने का मौका मिला स्मार्ट सिटी अजमेर की सुंदरता में बढ़ोतरी हुई। उत्तर पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष माधुरी चावला व मंडल रेल प्रबंधक पुनीत चावला ने इन कलाकारों को सम्मानित किया।
माधुरी चावला ने बताया कि स्वतंत्रता से पूर्व ईस्ट बंगाल में उपयोग में लाये गए इंजन की पेंटिंग व सन 1913 में अजमेर वर्कशॉप में बना भाप इंजन की पेंटिंग व ताजमहल के बैकग्राउंड लिए भाप इंजन की पेंटिंग को प्रथम तथा सन 1910 में बना भाप इंजन जिसे कराची पोर्ट ईस्ट पंजाब और बाद में उत्तर रेलवेने उपयोग किया गया की पेंटिंग द्वितीय तथा अहमदाबाद की कांकरिया झील के टॉय ट्रेन इंजिन की पेंटिंग को तीसरा स्थान मिला।
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक मनीष गुप्ता, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर डी. बालाजी, उपाध्यक्ष मनीषा गुप्ता व अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। मंडल रेल प्रबंधक पुनीत चावला ने बताया कि रेलवे की डेढ़ सौ साल पुराने रेलवे के इतिहास की जानकारी समेटे इन चित्रों को समाज सेवी संगठन युनाइटेड अजमेर का सहयोग रहा।
कई नामी चित्रकारों व स्कूल व कॉलेज के बच्चों ने जीएलओ स्पोट्र्स ग्राउंड की दीवार पर दर्शाया गया है। रेलवे के अन्य परिसरों की दीवारों पर भी चित्रकारी शुरू कर दी गई है। लोगों ने इन चित्रों को सराहा।
रेल के इंजन, सिग्नल, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय व अजमेर स्टेशन तथा वर्कशॉप की इमारत एवं पुराने भाप के इंजन व नैरोगेज पर चलने वाली यात्री गाडिय़ों का चित्रण किया गया है। इपोक्सी कोटिंग से इन्हें लम्बे समय तक जीवंत देखा जा सकेगा।
फेंसिंग द्वारा इस प्रकार से संरक्षित किया गया है, थ्री डायमेंशन लाइट से इन्हें रात्रि में भी निहारा जा सकेगा। माल रोड स्थित दीवारों पर बनी पेंटिंग को लोगों ने काफी पसंद किया है।