लेकिन यहां अवांछित तत्वों का आना जाना लगातार जारी है। वारदात के बाद अस्पताल अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों के अलावा वार्ड में तैनात नर्सिंग स्टाफ व वार्डबॉय को संदिग्ध, अवांछित लोगों के अस्पताल परिसर में प्रवेश पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं।
जनाना अस्पताल में बीते दिनों बच्चा चोरी के प्रयास की वारदात पेश आने के बाद अस्पताल प्रशासन ने विशेष सुरक्षा व सतर्कता बरतने के दिशा निर्देश दिए है। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि प्रशासनिक मुस्तैदी से बच्चा चोरी होने से बच गया।
वार्ड में नवजात बालक नहीं मिलने पर सुरक्षाकर्मियों ने अस्पताल की बिल्डिंग से बाहर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया था जिससे बच्चा उठाने वाली महिला बाहर नहीं निकल सकी। आखिर उसने बच्चे को महिला नर्सरी के बाहर गैलेरी में छोड़ दिया।
बच्चे के सकुशल मिलने पर ग्वालियर (मध्यप्रदेश) निवासी राजपाल फौजी की पत्नी सपना ने शिकायत देने से इनकार कर दिया। सपना ने 8 अक्टूबर को लडक़े को जन्म दिया था। उसको न्यू गायनिक वार्ड में भर्ती किया गया था, जहां से अचानक बच्चा चोरी होने का शोर मच गया।
सीसीटीवी बने मददगार वारदात में सीसीटीवी मददगार बनकर सामने आया। अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में बच्चा उठाकर ले जाने वाली महिला साफ नजर आ गई लेकिन उसने मुंह पर लम्बा घूंघट डाल रखा था। इससे उसकी पहचान नहीं हो सकी। हालांकि अस्पताल प्रशासन सीसीटीवी फुटेज से महिला की तलाश में जुटी है।
फिर भी नहीं रुकती घटनाएं तमाम प्रयासों के बावजूद अस्पताल में वारदात पर अंकुश नहीं लगा है। एक तो जनाना अस्पताल शहर के बाहर है। दूसरा नेशनल हाइवे पर होने से यहां अवांछित तत्व लगातार घूमते रहते हैं। आसपास कोई पुलिस थाना भी नहीं है।
बच्चा चोरी का प्रयास हुआ था लेकिन अस्पताल प्रशासन की सतर्कता व सजकता से वारदात टल गई। सुरक्षा इंतजाम को ज्यादा पुख्ता करने के निर्देश दिए है। संदिग्ध व अवांछित लोगों के प्रवेश पर सख्ती से पाबंदी के आदेश दिए है, ताकि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाई जा सके।
-डॉ. कांति मेहरड़ा, अधीक्षक राजकीय जनाना अस्पताल