फिल्म मुन्ना भाई की तर्ज पर अब अंग्रेजी हुकुमत कालीन अजमेर सेन्ट्रल जेल में बंदियों की फरमाइश पर उनके मनोरंजन के गाने, भजन भी बजाए जाएंगे। अपना जेल रेडियो चैनल चलाने के लिए बकायदा बंदियों को प्रशिक्षण दिलवाने के साथ सेटअप भी तैयार किया गया है। जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बंदियों के जेल रेडियो बनाने की तैयारी में जुटी है। खास बात यह है कि सेन्ट्रल जेल के रेडियो चैनल में सबकुछ बंदियों की ओर से बनाया जाएगा। अजमेर सेन्ट्रल जेल प्रशासन कार्ययोजना को अंतिम रूप देने में लगा है।
यह होंगे फायदे जेल के रेडियो चैनल के जरिए ना केवल कैदियों का मनोरंजन होगा बल्कि देश, दुनियाभर की घटनाओं की सूचना उन्हें मिल सकेगी। इसके अलावा रेडियो चैनल जेल के कैदियों को स्वास्थ्य के मुद्दों पर जानकारी भी प्रदान करेगा। जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल भी पुलिस महानिदेशक जेल भूपेन्द्र सिंह दक की मंशानुसार ही कारागार को सुधार गृह बनाने की दिशा में काम कर रही है।
पहले हुए सराहनीय प्रयास -रेडियो चैनल से पहले अजमेर सेन्ट्रल जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बंदियों का बैण्ड तैयार कर चुकी है। बंदियों का जेल बैण्ड जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में अपनी मधुर स्वर लहरियों का जलवा दिखाने के साथ शहर के समारोह कई समारोह में प्रस्तुति दे चुका है।
-जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने जेल बैण्ड तैयार करने के साथ जेल का ऑर्केस्ट्रा बैण्ड भी तैयार किया है। जो ना केवल जेल के समारोह बल्कि जेल के बाहर शादी, पार्टी और समारोह में अपनी प्रस्तुति दे चुका है।