भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलसचिव (registrar) को पत्र भेजकर प्रो. अग्रवाल को दिए गए वेतन-भत्तों (salary-allowances) का ब्यौरा मांगा है। कुलसचिव ने लेखा विभाग को इस संबंध में पत्रावली (file) भेजी, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली है। उधर ब्यूरो ने भी सूचना नहीं मिलने पर नोटिस जारी (norice issue) करने की तैयारी कर ली है।
अग्रवाल के मामले में विश्वविद्यालय अब तक आंतरिक जांच कमेटी (internal inquiry committee) बनाकर जांच नहीं करा पाया है। कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह (r.p. singh) के कामकाज पर लगी रोक भी सबसे बड़ी अड़चन है। डीन कमेटी भी कार्यरत नहीं है। नियमानुसार इसके लिए कुलपति या राजभवन की अनुमति जरूरी है।
एसीबी ने प्रो. अग्रवाल को दिए गए वेतन-भत्तों का संपूर्ण ब्यौरा मांगा है। इसकी कवायद जारी है।
भागीरथ सोनी, कार्यवाहक कुलसि