पहले पिता… फिर मां भी छोड़ गई
पड़ताल में आया कि उसके जन्म से पहले ही पिता चल बसा। पिता की मौत के जन्में मासूम के होश संभालने से पहले मां ने दूसरी शादी कर उसे और उसकी बड़ी बहन को मौसी के भरोसे छोड़ दिया। मौसी ने रोटी तो दी लेकिन शिक्षा नहीं। कथित तौर पर मौसी ने बहन की शादी का कर्ज उतारने के लिए उसे बालश्रम में झोंक दिया।कड़ी मेहनत के बाद भी नहीं उतरा कर्ज
बीते एक साल से बालक बड़लिया स्थित श्री देवनारायण स्वीट्स एण्ड नमकीन की दुकान पर काम कर अपनी बहन की शादी का कर्ज अदा करने में खुद को खपा रहा है। सुबह 5 से रात 9 बजे तक दुकान की साफ-सफाई, बर्तन धोने, मिठाई-कचौरी बनाने, ग्राहकों को नाश्ता देने व भट्टी के पास खड़े रहकर 16 घंटे मजदूरी के बावजूद कर्ज नहीं चुका पा रहा।…पुनर्वास कर शिक्षा से जोड़ेंगे
मानव तस्करी विरोधी शाखा के सहायक उप निरीक्षक कानाराम व ‘जस्ट राइट फॉर चाइल्ड’ की टीम ने उसे बालश्रम करते दस्तयाब किया तो उसकी कहानी सुनकर स्तब्ध रह गए। जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजली शर्मा, सदस्य राजलक्ष्मी करारिया, अरविन्द कुमार मीणा उसे पुनर्वास और शिक्षा से जोड़ने के प्रयास में हैं। मानव तस्करी विरोधी शाखा ने दुकान संचालक कालू गुर्जर के खिलाफ बाल श्रम कानून में मुकदमा दर्ज किया है।इनका कहना है…
मानव तस्करी विरोधी शाखा की शिकायत पर बालश्रम का मुकदमा दर्ज किया है। प्रकरण में मिठाई विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।–छोटेलाल, थानाप्रभारी आदर्शनगर बड़लिया चौराहा से मिठाई विक्रेता के यहां से मानव तस्करी विरोधी शाखा ने बालश्रम करते बालक को मुक्त कराया। बालक की काउंसलिंग में उसके जीवन का दर्दनाक पहलू पता चला। उसके पुनर्वास, शिक्षा के प्रयास किए जा रहे हैं। बालक को उसकी बहन-जीजा की सुपुर्दगी पर छोड़ने पर विचार किया जा रहा है।
–अंजली शर्मा, अध्यक्ष जिला बाल कल्याण समिति