समय-समय पर होता रहा मरम्मत कार्य
मंदिर का मरम्मत कार्य समय-समय पर होता रहा है। निर्माण के १७८ वर्ष बाद १९७५ में वडोदरा के तत्कालीन कलक्टर के. पी. याज्ञिक के मार्गदर्शन में मंदिर का मरम्मत कार्य कराया गया था। उस समय फणसे के परिवार के सदस्य अमृतराव एवं भालचंद्र भणसे का भी सहयोग रहा था। मंदिर में वर्ष १९९२ में तत्कालीन कलक्टर तपन की उपस्थिति में श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित की गई थी। इसके बाद तत्कालीन कलक्टर राजीव गुप्ता के मार्गदर्शन में वर्ष १९९७ में मंदिर का देवस्थान ट्रस्ट की ओर से जीर्णोद्धार किया गया था।
मंदिर की स्थिति अच्छी
मंदिर प्राचीन होने के बावजूद स्थिति अच्छी है, क्योंकि सरकार की ओर से इसका ध्यान रखा गया।
भोगीलाल दवे- पुजारी, यवतेश्वर महादेव मंदिर वडोदरा।