ऐसे ही एक मामला का अहमदाबाद शहर साइबर क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश करते हुए मोबाइल दुकान संचालक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। साइबर क्राइम ब्रांच के एसीपी हार्दिक मांकडि़या ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में वडोदरा दंतेश्वर इलाके में अनूपनगर निवासी राहुल शाह, भरुच जिले की अंकलेश्वर तहसील के अंडाणा गांव निवासी कांतिभाई बलदाणिया और वडोदरा वडसर ब्रिज के पास रहने वाला अजय भालिया शामिल हैं।
मांकडिया ने बताया कि आरोपी राहुल शाह ने ये सभी 55 सिमकार्ड दो महीने में जारी किए हैं। यह सिमकार्ड जारी करने का काम करता है। सभी एक ही कंपनी एयरटेल के 5जी सिमकार्ड हैं। जांच में पता चला कि जो ग्राहक पढ़े लिखे नहीं हैं। कम पढ़े हैं और इसके पास सिमकार्ड लेने आते थे, उनके नाम पर यह दो सिमकार्ड जारी करता था। उन व्यक्तियों के आधारकार्ड, उनके फोटो, फिंगर प्रिंट का दुरुपयोग करता था। वैरिफिकेशन कराने के दौरान ही दो सिमकार्ड की प्रोसेस करता था। इसकी जानकारी ग्राहक को नहीं होती थी। एक सिमकार्ड उन्हें दे देता था, जबकि दूसरा सिमकार्ड खुद रख लेता था।
300 रुपए में कांति को देता, अजय 450 में दुबई भेजता
जांच में सामने आया कि राहुल इन सिमकार्ड को निकालने के बाद उसे एक्टिव करता और फिर उसे कांतिभाई को देता था। इसके लिए उसे 300 रुपए मिलते थे। कांति इन सिमकार्डों को 350 रुपए में वडोदरा निवासी अजय भालिया को देता था। अजय भालिया 450 रुपए प्रति सिमकार्ड लेकर दुबई में रहने वाले नवीन उर्फ सूर्या नाम के व्यक्ति को भेज रहा था।
डमी पते से दुबई भेज रहा था सिमकार्ड, शंका लगने पर रोका
मांकडिया ने बताया कि अजय भालिया ने उसके मित्र के नाम और फर्जी पते से दुबई के लिए एक भेजे पार्सल में इन 55 सिमकार्ड को रखा था। कस्टम को शंका होने से उन्होंने इसे रोक लिया। अहमदाबाद शाहीबाग विदेशी डाकघर सेवा में पार्सल को खोलने पर और उसकी जांच करने पर इसका पता चला। जांच में सामने आया कि भालिया ने नवीन को 30 बैंक अकाउंट भी प्रोवाइड किए हैं। पता लगाया जा रहा है कि इनका उपयोग किसी ठगी या अन्य मामले में तो नहीं हुआ है।