प्रो.हितेश पटेल एवं उनकी टीम के नाम यह दूसरा पेटेन्ट हैं। इससे पहले सितंबर-१९ में उन्हें टीबी के जीवाणु को सरलता से पहचानने वाली डाई (रसायन) बनाने पर पेटेन्ट मिल चुका है। तीन माह में यह दूसरा पेटेन्ट है। टीम ने छह पेटेन्ट फाइल किए हैं। सात और फाइल करने की तैयारी है।