Gujarat: ‘ आठ नदियों में छोड़ा नर्मदा का पानी’
गांधीनगर. उप मुख्यमंत्री (deputy Chief minister) और नर्मदा मंत्री नितिन पटेल ने कहा है कि गुजरात (Gujarat) की जीवन डोर माने जानेवाले सरदार सरोवर (sardar sarovar dam) नर्मदा योजना में मध्य प्रदेश में हाइड्रो पावर (hydro power project) प्रोजेक्ट चालू होने से वहां से पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते बड़े पैमाने पर पानी की आवक हो रही है। यह पानी उत्तर गुजरात व मध्य गुजरात की आठ नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलते किसानों और पशुपालकों को पर्याप्त पानी मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार की ओर से नर्मदा मुख्य कैनाल (narmada canal) से पानी छोड़ा जा रहा है।
शुक्रवार को उत्तर गुजरात और मध्य गुजरात की दस में से आठ नदियों में नर्मदा का पानी छोडऩे राज्य सरकार ने निर्णय किया है। इसके चलते लाखों किसानों को सुविधा मिलेगी और पशुओं के लिए पानी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि नर्मदा योजना की मुख्य नहर से एयरस्केप स्ट्रक्चर का संचालन कर हेरण, देव, कराड, कुन, वात्रक, मेश्वो, साबरमती, रूपेण, पुष्पावती और बनास समेत दस दिनों में नर्मदा का पानी छोडऩे की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए नर्मदा नहर में पानी का बहाव 110०0 से बढ़ाकर 13 हजार क्यूसेक किया गया है। मौजूदा समय में हेरण, देव, कराड, कुन, वात्रक, साबरमती, रूपेण और बनास समेत आठ नदियों में 1806 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को नर्मदा बांध (narmada dam) में पानी का जलस्तर 126.77 मीटर है और बांध में पानी का जत्था 2481.60 घनमीटर किया गया है। मौजूदा समय में जलाशयों में पानी होने से नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है। इसके चलेत सूखी नदियां रिचार्ज होंगी और नदियों के आसपास कुएं भी रिचार्ज होंगे।