इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, वायु सेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी, नौ सेना अध्यक्ष एडमिरल आर. हरिकुमार, सेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे के साथ-साथ राज्य सरकार के मंत्री जगदीश विश्वकर्मा और अन्य मंत्री उपस्थित थे।
इस बार का डिफेन्स एक्सपो अभूतपूर्व उन्होंने कहा कि हमारे देश में डिफेंस एक्सपो पहले भी होते रहे हैं, लेकिन इस बार का डिफेंस एक्सपो अभूतपूर्व है। यह एक नई शुरुआत का प्रतीक है। ये देश का ऐसा पहला डिफेंस एक्सपो है, जिसमें केवल भारतीय कंपनियां ही भाग ले रही हैं, केवल मेड इन इंडिया रक्षा उपकरण ही हैं। मोदी ने कहा कि पहली बार किसी डिफेंस एक्सपो में भारत की मिट्टी से, यहां के लोगों के पसीने से बनी अनेक विविध उत्पाद हमारे ही देश की कंपनियां, वैज्ञानिक, युवाओं का सामथ्र्य का आज हम लौहपुरुष सरदार पटेल की इस धरती से दुनिया के सामने हमारे सामथ्र्य का परिचय दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसमें 1300 से ज्यादा एक्जीबिटर्स हैं, जिसमें भारतीय उद्योग हैं। इन उद्योगों से जुड़े कुछ ज्वाइंट वेंचर्स हैं। एमएसएमई और 100 से ज्यादा स्टार्टअप्स हैं। यहां देशवासी और दुनिया के लोग भी क्षमता और संभावना, दोनों की झलक एक साथ देख रहे हैं। इन्हीं संभावनाओं को साकार करने के लिए पहली बार 450 से ज्यादा एमओयू किए जा रहे हैं।