गुजरात एटीएस के एसपी आई जी शेख ने बताया कि मौलाना अयूब ने ही आरोपी सब्बीर से कहा था कि ‘मोहम्मद पैगम्बर को लेकर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी करता है, तो उसकी एक ही सजा है मौत’। सब्बीर ने अयूब की इस बात किशन भरवाड़ की हत्या कर दी। मौलाना अयूब और सब्बीर दोनों ही कटटरवादी मानसिकता वाले हैं।
एटीएस के एसपी आईजी शेख ने बताया कि किशन भरवाड़ की हत्या मामले में दिल्ली से मौलाना कमरगनी उस्मानी को हिरासत में लिया है। उसे अहमदाबाद लाया गया है। किशन की हत्या करने वाला आरोपी सब्बीर और हथियार देने वाला मौलाना अयूब जावरावाला दोनों ही कमरगनी के संपर्क में थे। कमरगनी मूलरूप से उत्तरप्रदेश के बाराबंकी का रहने वाला है। वह दिल्ली में तहरीक फरौगे इस्लाम नाम का एक संगठन चलाता है। जो सेवा कार्यकरने के साथ-साथ इस्लाम व मोहम्मद पैगंबर के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई का भी काम करता है। इस मामले में कमरगनी की लिप्तता, उसकी भूमिका की जांच की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार कमरगनी इस्लाम को लेकर अपनी कट्टरवादी मानसिकता के चलते जाना जाता है। उसे त्रिपुरा में नवंबर 2021 में गिरफ्तार भी किया जा चुका है। वह काफी समय जेल में भी रहा था।
शेख ने बताया कि किशन की जिस पिस्तौल से गोली मारकर हत्या की गई। उस पिस्तौल को मौलाना अयूब जावरावाला को राजकोट निवासी अजीम समा ने दिया था। राजकोट शहर के थोराला थाना क्षेत्र में दूधसागर रोड पर रहने वाले अजीम बसीरभाई समा को मिताणा के पास से पकड़ लिया है। अजीम को पकड़ लिया है। पूछताछ जारी है। अजीम ने पिस्तौल के रुपए नहीं लिए होने की बात सामने आ रही है। अजीम ने इस पिस्तौल किसके पास से ली थी उसकी जांच की जा रही है।