मंथन के बाद आखिरकार गुजरात में विपक्ष की आवाज बुलंद करने के लिए कांग्रेस को विधानसभा में प्रतिपक्ष का नेता मिल ही गया। गत दिनों अहमदाबाद स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में गुजरात कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्रसिंह की मौजूदगी में कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई थी। इस दौरान जसदण से विधायक कुंवरजी बावलिया, विक्रम माडम, शैलेष परमार और मोहन राठवा विधायक नेता प्रतिपक्ष की दौड़ मेें चल रहे थे।
धानाणी ने भी सौराष्ट्र में राहुल की रैलियों में सक्रिय भूमिका निभाई थी। संभवत: इसका ईनाम भी माना जा सकता है।
कौन हैं धानाणी :
परेश धानानी ४१ वर्षीय सौराष्ट्र से लेउआ पाटीदार नेता हैं। वे अमरेली से तीन बार विधायक चुने गए हैं। वे भाजपा के दिग्गज नेता परसोत्तम रूपाला, बावकू उंघाड़ को मात दे चुके हैं। विधानसभा में जनता की आवाज को भी बेहतर तरीके से बुलंद करते रहे हैं। वे गुजरात विधानसभा में उपसचेतक और लोक लेखा समिति के सदस्य रह चुके हैं। धानाणी युवा पाटीदार नेता हैं। उनका जन्म १५ अगस्त १९७६ में हुआ है। धानाणी अमरेली जिला डायमंड एसोएशन के पदाधिकारी रह चुके हैं। वे वन्य जीव गतिविधियों में भी रुचि रखते हैं। धानाणी कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई-गुजरात इकाई के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। छात्र नेता से उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया था।