scriptAhmedabad news मजदूरों ने व्यक्त की व्यथा-कारखाने हैं बंद, क्या करें रहकर, हमें जाने दो घर | ACB, Ahmedabad news, Ahmedabad city news, Bribe, | Patrika News
अहमदाबाद

Ahmedabad news मजदूरों ने व्यक्त की व्यथा-कारखाने हैं बंद, क्या करें रहकर, हमें जाने दो घर

Ahmedabad, Lockdown, Gujarat, Labour, Rajasthan yuva manch अहमदाबाद में फंसे प्रवासी मजदूरों ने व्यक्त की व्यथा
 

अहमदाबादApr 27, 2020 / 10:25 pm

nagendra singh rathore

Ahmedabad news मजदूरों ने व्यक्त की व्यथा-कारखाने हैं बंद, क्या करें रहकर, हमें जाने दो घर

Ahmedabad news मजदूरों ने व्यक्त की व्यथा-कारखाने हैं बंद, क्या करें रहकर, हमें जाने दो घर

गांधीनगर. कोरोना के चलते एक माह से ज्यादा का वक्त हो गया है। कारखाने बंद हैं। ना तो कामकाज हो रहा है, ना कमाई हो पा रही है। अब गुजारा कैसे करें। मुश्किल हो रही है सरकार से गुहार है कि हमें गांव जाने दें।
यह व्यथा है लॉक डाउन के चलते अहमदाबाद के ओढ़व इलाके में फंसे प्रवासी मजदूरों कीं।
यह ऐसे मजदूर हैं, जो ओढव व्यापारी महामंडल और उसके आसपास के कारखानों में दिहाड़ी मजदूरी करते थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते कारखाने बंद हो गए हैं। कमाई भी बंद हो गई है। एक माह हो गया है, जो बचत भी वह भी खत्म हो गई है। अब उनके पास ना तो पैसा बचा है ना ही है राशन। परिजन भी चिंता कर रहे हैं। जिससे कई लोगों ने पैदल ही गांव जाने की कोशिश की थी लेकिन लॉक डाउन के चलते उनको रास्ते में ही रोक दिया गया और वापस वे यहां आ गए।
यहां फसे उत्तरप्रदेश के सिद्धार्थनगर के मूलनिवासी श्रमिक दीपक गुप्ता ने बताया कि हम लोग परेशान हैं गांव जा रहे थे लेकिन पुलिस ने नहीं जाने दिया। पैसा खत्म हो गया है। अब गुजारा करना मुश्किल हो गया है। दिहाड़ी मजदूर हैं कोई निश्चित कमाई नहीं है। कुछ दिनों तक तो कई संस्थाएं आकर खाना दे जाती थीं तो गुजारा हो रहा था लेकिन अब तो मुश्किल हो रही है। इसके चलते ही राजस्थान युवा मंच का संपर्क किया तो हमें राशन दी गई हैं। यहां उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश के करीब 60-70 लोग फंसे हैं।
खाने का भी संकट
पहले कई सामाजिक संस्थाएं खाना गदे जाती थीं लेकिन कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ऐसी संस्था के खाना परोसने पर रोक लगा दी है। इसके चलते अब इन लोगों को खाने-पीने की दिक्कत होने लगी है।
राजस्थान युवा मंच बना मददगार
जब यह जानकारी राजस्थान युवा मंच के संयोजक भवानी सिंह शेखावत को मिली तो वे अपनी टीम के साथ इन लोगों की मदद को पहुंचे। उन्होंने इन जरूरतमंदों को राशन किट का वितरण किया और विश्वास दिलाया आगे भी मदद करेंगे। भवानी सिंह शेखावत ने बताया कि उत्तर प्रदेश के रहने वाले आशीष त्रिपाठी और संजय साहू ने इन प्रवासी मजदूरों के बारे में जानकारी दी थी कि ओढ़व में कई लोग फंसे हैं जो परेशानी में है। बाद में हम अपने साथी अनिल सिंह सिसोदिया और धर्मेश सिंह राजपूत के साथ वहां पहुंचे। वहां पर जरूरतमंदों को राशन किट दी।

Hindi News / Ahmedabad / Ahmedabad news मजदूरों ने व्यक्त की व्यथा-कारखाने हैं बंद, क्या करें रहकर, हमें जाने दो घर

ट्रेंडिंग वीडियो