कार्यशाला की आयोजन सचिव व एसएन अस्पताल स्त्री व प्रसूति रोग विभागाध्यक्ष डॉ. रिचा सिंह ने बताया कि कार्यशाला का उद्घाटन 10 मई को सुबह 10.30 बजे मेरठ की पद्मश्री डॉ. उषा शर्मा करेंगी। कार्यशाला में शिशु में होने वाली वंशानुगत विकृतियों, प्रसव के दौरान अधिक रक्तस्त्राव (पीपीएच) के कारण होने वाली मातृ मृत्यु दर को कम करने, गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज व इसके कारण मां व शिशु पर पढ़ने वाले दुष्प्रभाव व इलाज के बारे में देश भर के जाने माने विशेषज्ञ अपने अनुभव व नई तकनीकों को साझा करेंगे। प्रसव के दौरान अधिक रक्तस्त्राव की समस्या में बिना बच्चेदानी को निकाले प्रसूता की जान बचाने के लिए बच्चेदानी में टांका लगाना, बकरी बैलून की सुविधा एसएन में भी मौजूद हैं।
बताया गया है कि इस कार्यशाला को यूपी मेडिकल काउंसिल द्वारा 4 क्रेडिट हॉवर्स एवं इंडियन कॉलेज ऑफ आब्स एंड गायनी द्वारा 10 क्रेडिट प्वाइंट प्रदान किए गए हैं। इस अवसर पर डॉ. आरएन गोयल, प्रो. शिखा सिंह, डॉ. मधु राजपाल, डॉ. निधि गुप्ता, डॉ. अनु पाठक, डॉ. रचना, डॉ. मीनल आदि उपस्थित थे।