एत्मादपुर के राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित जयपुर से चलकर एटा के अलीगंज सवारियां से लदी बस आम्बेडकर पार्क के पास शुक्रवार देर रात करीब पौने 2 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिससे सवारियों में चीख-पुकार मच गई। आनन फानन में स्थानीय राहगीर घटना स्थल पर एकत्रित हो गए। सूचना पर स्थानीय पुलिस पहुंच गई और राहत-बचाव कार्य में जुट गई।
पुलिस ने सभी सवारियों को दुर्घटना ग्रस्त बस से बाहर निकलकर उचित स्थान सुरक्षित कर लिया। सवारियों के मुताबिक चालक को नींद की झप्पी आ गई थी, इस वजह से बस हाइवे पर डिवाइडर से टकराकर पलट गई। जिसमें कुल 35 सवारियां सवार थीं, जिनमें बच्चे भी शामिल थे। सवारियों के अनुसार हादसा देर रात करीब पौने 2 बजे का है।
सभी यात्री सुरक्षित, बस को तेज रफ्तार से दौड़ा रहा था चालक
गनीमत रही कि किसी भी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई। सभी को सुरक्षित गंतव्य स्थानों को भेज दिया गया है। बीती रात नौ बजे श्रीकृष्णा युवराज ट्रैवल्स की स्लीपर कोच बस संख्या यूपी-78-एच एन-2622 जयपुर से एटा-अलीगंज के लिए चली थी। बस में तीन दर्जन के करीब महिला-पुरुष और बच्चे सवार थे। मध्य रात्रि भरतपुर-धौलपुर के पास चालक-परिचालक ने एक ढाबा पर खाना-पीना किया। इसके बाद बस फरार्टा भरने लगी। आगरा से निकलते ही चालक को झपकी आने लगीं।
सवारियों ने उसको टोका भी, लेकिन उसने किसी की नहीं मानी। बकौल यात्री हम डरे-सहमे मौत का सफर कर रहे थे। सीटों के हत्थों को भींच कर पकड़े हुए थे। झरना नाला के पास उसकी झपकी के कारण बस एक ट्रक में घुसने से बाल-बाल बच गई, लेकिन दस मिनट बाद एत्मादपुर कस्बा से गुजरते समय डॉ. अंबेडकर पार्क के सामने तेजी से बिजली के पोल संग डिवाइडर और लोहे की रेलिंग तोड़ती हुई पलटी बस 25 मीटर घिसटती हुई नीम के पेड़ से टकरा गई। तेज धमाके की आवाज सुनकर बरहन तिराहा से गश्ती पिकेट दौड़कर मौके पर पहुंची।
नेशनल हाईवे पर मची अफरातफरी, पुलिस ने यात्रियों को बाहर निकाला
सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक विजय विक्रम सिंह समेत थाने का पूरा पुलिस फोर्स मौके पर आ गया और बस में फंसे चीख-पुकार मचाते सभी यात्रियों को बाहर निकाला। पुलिस ने सभी को उनके सामान के साथ विभिन्न वाहनों में बैठाकर गंतव्य को रवाना कर दिया। इसके बाद क्रेन से बस को उठवाकर हाइवे के सर्विस रोड को यातायात सुगम कराया। हादसे के बाद फरार हुए चालक परिचालक की पुलिस खोजबीन कर रही है, बस मालिक को बुलाया गया है।
वोल्वो बस में पांच माह की सकीना थी सबसे छोटी यात्री
आंखों में भरी नींद के चलते तीन दर्जन बस यात्रियों को मौत का सफर कराने वाले चालक के हाथ में वैसे तो सभी यात्रियों की जिंदगी थी, लेकिन इस खतरनाक सफर की सबसे छोटी यात्री पांच माह की सकीना थी जो अपनी मां नजमा (26) पत्नी जावेद निवासी मोहल्ला खटकपुरा, फरुखार्बाद की गोद में हादसे के समय सो रही थी। नजमा जयपुर से अलीगंज के लिए अपनी पांच मासूम बेटियों सकीना (5 माह), सनिया (3.5 वर्ष), फेरा (7 वर्ष), राविया (8 वर्ष), अलीना (10 वर्ष) के संग जा रही थीं। उनके साथ 17 वर्षीय भाई फईम भी था। हादसे के बाद नजमा इतनी डरी हुई थी कि उन्होंने आगे का सफर बस में करने से साफ मना कर दिया। बहराल, दुर्घटनाग्रस्त बस में सवार सभी सवारियां सुरक्षित पाई गई, जिन्हें स्थानीय पुलिस के माध्यम से दूसरी बस से उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया। देररात में ही क्रेन मशीन के माध्यम से पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त बस को हाईवे से हटकर यातायात सुचारु कराया।
-आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट