भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण पर आरोप श्री दुबे ने बताया कि ताजमहल के पश्चिमी गेट से खान-ए-आलम नर्सरी होते हुए सिद्धेश्वरनाथ मंदिर के लिए आम रास्ता है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने अचानक ही इस रास्ते पर गेट चढ़ा दिया है। इससे नित्य पूजा में विघ्न आ रहा है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को ताजमहल का रखरखाव करना चाहिए, लेकिन ऐसा न करके मंदिर जाने का रास्ता रोका जा रहा है। इस तरह से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण नए विवाद को जन्म दे रहा है। विश्व हिन्दू परिषद का काम है मंदिर के रास्ते में आने वाली बाधा दूर करना।
विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता तैयार उन्होंने बताया कि रविवार को ताजमहल के पश्चिमी गेट पर चढ़ाए गए गेट के दोनों पल्ले उखाड़ दिए हैं। यह प्रतीकात्मक विरोध था। हम कोई नई मांग नहीं कर रहे हैं। हम तो चाहते हैं कि जैसा सदियों से चला आ रहा है, वैसा ही चलने दिया जाए। अगर पुरातत्व विभाग हमारी बात नहीं मानेगा तो इसका अंजाम भुगतना होगा। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता ताजमहल के पश्चिमी गेट की टिकटविडों पर कब्जा करने के लिए तैयार है। सोमवार को जिलाधिकारी से वार्ता होगी। अगर हमारी बात नहीं मानी तो फिर जो उचित है, वह किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की होगी।