विश्व हिन्दू परिषद के माईथान स्थित कार्यालय पर हुई बैठक में आगामी आंदोलन की रणनीति बनाई गई। विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष सुनील पाराशर ने बैठक में कहा कि ताजमहल की सुरक्षा के नाम पर तमाशा किया जा रहा है। आसपास के हिन्दू धार्मिक स्थलों को एक साजिश के तहत निशाना बनाया जा रहा है। ताजमहल में शाहजहां के समय से आंवले की पूजा होती थी। हिन्दू महिलाएं आंवला एकादशी पर पूजा करती थीं। शाहजहां ने जो पूजापाठ नहीं रोका, उसे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने रोक दिया है। ताजमहल परिसर में लगने वाले मेलों को बंद करा दिया। अब प्राचीन सिद्धेश्वरनाथ महादेव मंदिर का रास्ता बंद करने का काम किया जा रहा है। यह बर्दाश्त से बाहर है।
यह भी पढ़ें अगर आप स्वयं को अपमानित महसूस कर रहे हैं तो कृष्ण और कर्ण की ये कहानी जरूर पढ़िए यह भी पढ़ें सतगुरु पर पूरा विश्वास रखिए, फिर हरि आपके पीछे-पीछे चलेंगे आंदोलन तय बैठक में कहा गया कि हिन्दू समाज अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की मनमानी बर्दाश्त नहीं करेगा। आंदोलन की रणनीति बना ली गई है। आंदोलन से पूर्व मंगलवार को विश्व हिन्दू परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी गौरव दयाल से मिलेगा। अगर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने मंदिर का रास्ता नहीं खोला तो आंदोलन तय है।
यह भी पढ़ें गठबंधन ने बढ़ा दी बसपा से निष्कासित दिग्गज नेताओं की उम्मीदें ये रहे उपस्थित बैठक में विश्व हिन्दू परिषद के विभाग अध्यक्ष मदन वर्मा, प्रांत सह संपर्क प्रमुख रवि दुबे, बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक सतेन्द्र बरुआ, महानगर मंत्री राजीव शर्मा, धर्म प्रसार मंत्री राकेश त्यागी, बजरंग दल के महानगर संयोजक बंटी ठाकुर आदि मौजूद रहे।