मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र मंटोला, ढोली खार आदि क्षेत्र में बड़ी संख्या में मतदाता है। ये मतदाता यदि एक जुट होते हैं, तो किसी भी दल के लिए हार जीत का बड़ा कारण बन सकते हैं। इस वोटर पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी दोनों के ही प्रत्याशियों की नजर रही है, लेकिन इस बार निर्दलीय प्रत्याशी चौधरी बशीर ने भी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। सपा और बसपा को डर इस बात का है, कि कहीं ये वोटर इधर उधर न भटक जाए, वहीं भाजपाइयों को डर सता रहा है, कि ये वोटर एकजुट न हो जाए।
मंटोला के रहने वाले समी आगाई ने बताया कि वोट तो हर बार देते आए हैं, लेकिन क्षेत्र का विकास नहीं हुआ। 25 वर्ष से भाजपा का आगरा में मेयर है, लेकिन राहत कुछ खास नहीं मिली। इस बार ऐसा प्रत्याशी चुनने जा रहे हैं, जो विकास पर ध्यान दे। यहां के रहने वाले इमरान ने बताया कि वोट सिर्फ विकास के नाम पर डाला जा रहा है। अदनान ने बताया कि वोट उसी को दिया जाएगा, जो विकास की बात करेगा।
आगरा नगर निगम के महापौर सहित नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 118 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान शुरू हो चुका है। इसमें आगरा नगर निगम के अलावा जिले की 5 नगर पालिका परिषद तथा 6 नगर पंचायतों के लिए चुनाव होगा। 14,54,430 मतदाता इन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।