दरअसल, शनिवार को आगरा में ताज पूर्वी गेट के पास स्थित होम स्टे गेस्ट हाउस में पुलिस को देह व्यापार की गतिविधिया संचालित होने की सूचना मिली थी। एसीपी अर्चना सिंह ने बताया कि सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की। इस दौरान मौके से एक महिला और दो पुरुषों के साथ एक 15 साल की किशोरी भी कमरे में पाई गई। उसे मुक्त कराकर थाने लाया गया। यहां जांच में पता चला कि किशोरी पश्चिम बंगाल की रहने वाली है, लेकिन उसका आधार कार्ड दिल्ली का है। उसे दिल्ली से चार दिन पहले यहां लाया गया था।
पकड़े गए लोगों ने बताया असली गुनाहगार का नाम
एसीपी अर्चना सिंह ने बताया कि पकड़े गए लोगों में एक होम स्टे का कर्मचारी और दूसरा ग्राहक है। जिस किशोरी को मौके से मुक्त कराया गया है। उसे परिजनों से अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है। हालांकि किशोरी बता रही है कि उसकी मौसी उसे अपने साथ लेकर आई थी। वह उसे रोज नए मर्दों के पास भेजती थी।
किशोरी ने बताया कि रोज नए लोग उसके साथ बहुत बुरा बर्ताव करते थे। इसके पैसे मौसी ही लेती थी। वहीं पकड़ी गई महिला ने बताया कि किशोरी उसकी बड़ी बहन की बेटी है। इसे दो-तीन दिन पहले देह व्यापार कराने के लिए वह आगरा लाई थी। एसीपी अर्चना सिंह ने बताया कि मामले में अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए आरोपी सतीश ने बताया कि वह इस स्टे होम में देह व्यापार के लिए ग्राहक लाने का काम करता है। इसके लिए उसे कमीशन दिया जाता है। जबकि दूसरे आरोपी सुनील ने बताया कि वह स्टे होम में लिखा-पढ़ी का कामकाज देखता है। इसके साथ ही कमीशन पर ग्राहक भी बुलाता है। आरोपियों ने बताया कि यह कार्य राजकुमार और जौनी यादव के कहने पर किया जाता है। ये दोनों यह स्टे होम चलाते हैं।