ये घटना सात जुलाई की है, जब एससी आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामशंकर कठेरिया का काफिला दिल्ली से इटावा की ओर जा रहा था। बताया गया है कि इस काफिले में पांच छोटी गाड़ियों के साथ एक बस भी थी। इनर रिंग रोड टोल प्लाजा पर डॉ. कठेरिया के काफिले को एक साथ बूम बैरियर उठाकर निकालने को लेकर टोलकर्मियों से विवाद हुआ था।
इस विवाद के बाद सांसद के सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों ने टोल प्लाजा के शिफ्ट इंचार्ज अनुपम सिंह के साथ टोल कर्मी निजाम और राजेश के साथ मारपीट कर दी थी। इस दौरान सांसद कठेरिया के सुरक्षाकर्मियों द्वारा फायरिंग भी की गई। इस हमले में टोलकर्मी घायल हो गए थे। शिफ्ट इंचार्ज अनुपम सिंह ने थाना एत्मादपुर में सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
इस पूरे घटनाक्रम की सीसीटीवी की रिकार्डिंग के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की। सीसीटीवी रिकार्डिंग में सांसद के सुरक्षाकर्मी फायरिंग करते दिखाई दिए, इसके आधार पर उन्हें चिन्हित कर लिया गया। सुरक्षाकर्मी कांस्टेबल पिंकू उपाध्याय और विपिन कुमार को निलंबित कर दिया गया, जिसके बाद एत्मादपुर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। टोलकर्मी द्वारा लिखाए गए मुकदमे में सांसद रामशंकर कठेरिया नामजद थे। सीसीटीवी कैमरे में भी वे टोलकर्मियों से भिड़ते नजर आ रहे थे। मगर, उनके खिलाफ पुलिस की जांच अभी आगे नहीं बढ़ सकी है।