ये मामला थाना जगदीशपुरा के अशोक नगर का है। यहां टेढ़ी बगिया के प्रकाश पुरम में बरात आई थी। रात में फेरे की रस्म होने के बाद दूल्हे के परिजनों ने दुल्हन के परिजनों और रिश्तेदारों चढ़ावा सौंप दिया। चढ़ावे में साड़ियां और गहने थे। दुल्हन ने चढ़ावे में लाई गईं साड़ियां देखीं तो वह नाराज हो गई। साड़ी अच्छी न होने पर उसने पहनने से इन्कार कर दिया, बात इतनी बढ़ गई कि दुल्हन ने शादी करने से ही इन्कार कर दिया। परिजनों ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन दुल्हन मानने को तैयार नहीं हुई।
दुल्हन ने शादी से इंकार किया, तो लड़की पक्ष के लोगों ने दूसरे युवक से शादी कराने की तैयारी शुरू कर दी। इस बात की भनक जब दूल्हा पक्ष को हुई, तो पुलिस को फोन कर दिया गया। दुल्हन के नाबालिग होने की सूचना दी गई। सूचना पर पुलिस और आशा ज्योति केन्द्र की टीम मौके पर पहुंच गई। दुल्हन का मेडिकल कराया गया, जिसमें दुल्हन की उम्र 18 साल की निकली। इसके बाद हंगामा शांत हो सका।
नहीं हुई शादी
शुक्रवार रात तक दुल्हन की शादी नहीं हो सकी थी। वर पक्ष के लोग अपना सामान वापस लेने पर अड़े थे। इंस्पेक्टर एत्माद्दौला कमलेश सिंह का कहना है कि दुल्हन ने साड़ी पसंद न आने पर शादी से इन्कार कर दिया था। इसी बीच उसके नाबालिग होने की शिकायत मिली। जांच में वह बालिग पाई गई है। वधु पक्ष ने देर रात को वर पक्ष द्वारा लाये गए सामान को वापस कर दिया और दूल्हा बिना दुल्हन के ही वापस लौट गया।