Big Breaking: मायावती के खास व पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय बसपा से निलंबित, मुख्य सचेतक पद से भी हटाया, कई प्रतिबंध लगाए लोकसभा की चार सीटों पर प्रभाव
आगरा से मनोज सोनी, फतेहपुर सीकरी से श्रीभगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित और अलीगढ़ से डॉ. अजीत बालियान बसपा प्रत्याशी हैं। हाथरस सीट गठबंधन में समाजवादी पार्टी को गई है। यहां से रामजीलाल सुमन ने चुनाव लड़ा। इन सभी सीटों पर रामवीर उपाध्याय का हस्तक्षेप रहता है। हाथरस जिले की सादाबाद विधानसभा सीट से रामवीर उपाध्याय विधायक हैं। हाथरस जिले की राजनीति में उनका खासा दबदबा और हस्तक्षेप है। इसके साथ ही फतेहपुर सीकरी से उनकी पत्नी सीमा उपाध्याय बसपा की टिकट पर सांसद रही हैं। इस सीट पर भी उनका अपना वोट है। यहां भी उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा का समर्थन किया। अलीगढ़ में तो खुलेआम एक कार्यक्रम में सतीश गौतम को वोट देने की बात कही। आगरा से भाजपा प्रत्याशी प्रो. एसपी सिंह बघेल को आशीर्वाद दिया। इसका फोटो भी अखबार में प्रकाशित हुआ था।
रामवीर उपाध्याय को बसपा से निलंबित करने पर ये बोले जोनल को-ऑर्डिनेटर हार का भय
एग्जिट पोल के नतीजे बता रहे हैं कि आगरा, फतेहपुर सीकरी और हाथरस में बसपा प्रत्याशी चुनाव हार सकते है। इसलिए अब पार्टी को कोई डर नहीं है। मतगणना से पूर्व रामवीर उपाध्याय को पार्टी से निलंबित करके कड़ा संदेश दिया गया है। लोकसभा चुनाव के बीच में पार्टी कार्रवाई करके यह संदेश नहीं देना चाहती थी कि रामवीर उपाध्याय अब हमारे साथ नहीं हैं।