विख्यात ज्योतिषाचार्य डॉ.अरविंद मिश्र ने ज्योतिष के आधार पर भविष्यवाणी की है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण तो होगा लेकिन, अभी नहीं। पार्टियां अपने चुनावी फायदे के लिए ऐलान तो करती हैं लेकिन, समय अभी राम मंदिर निर्माण के लिए अनुकूल नहीं है। भारत की जन्म कुंडली देखने पर भारत की लग्न बृष राशि है और उसमें राहू बैठा है। गुरु बृहस्पति छठे भाव में तुला राशि में बैठा है। इसलिए यहां राजनीति धर्म और रामजी के नाम पर क्षेत्रीय विवाद हमेशा चलता रहेगा। धर्म, जाति के आधार पर चुनाव लड़े जाएंगे। श्रीराम मंदिर का निर्माण 2061 से 2064 के बीच होगा। इस समय गुरु की दशा लगेगी और गुरु की महादशा में ही भगवान का मंदिर बनकर पूरा होगा। ये मंदिर लोगों की परिकल्पना से परे होगा।
ज्योतिषाचार्य डॉ.अरविंद मिश्र का कहना है कि इस समय चंद्र की महादशा चल रही है। यदि सरकार की इच्छाशक्ति हो तो 18 नवंबर तक श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए काफी कुछ किया जा सकता है। चंद्र के बाद कई सालों के लिए राहु की महादशा आएगी जो भारत में बड़ा हाहाकार मचाएगी। करीब 18 साल तक राहु की महादशा से सरकारें परेशान रहेंगीं। इसके बाद देवगुरु की दशा आएगी जो देश में अलग ही माहौल बनाएगी। ज्योतिष के अनुसार अयोध्या में ही राम मंदिर बनकर तैयार होगा और ऐसा मंदिर बनेगा जो लोगों की कल्पना से परे होगा।