वहीं चौ. बहादुर सिंह ने भी आरोप लगाते हुए कहा कि राधास्वामी सत्संग सभा का आगरा में जमीन को लेकर हुआ विवाद तो जानकारी में है ही, लेकिन इसके अलावा अन्य शहरों में भी सभा की जमीनी विवाद चल रहा है। राधास्वामी सत्संग सभा दयालबाग के खिलाफ जिस तारबंदी और सड़कों पर गेट लगाने के आरोप जिले के दस गांवों के ग्रामीण लगा रहे हैं, वैसे ही जमीन विवाद सत्संग सभा के साथ देश के अन्य शहरों में भी हैं।
किसान नेता सौरभ चौधरी ने मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी से मिलकर ज्ञापन सौंपा। जिसमें दयालबाग में राधास्वामी सत्संग सभा की ओर से सार्वजनिक सड़कों पर लगाए गए गेट हटाने और हाईकोर्ट में प्रभावी पैरवी कराने, सभा के पदाधिकारियों को भूमाफिया घोषित करने की मांग की गई है। इस मामले में राधास्वामी सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी एसके नैय्यर से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कोई उत्तर नहीं दिया। पुलिस आयुक्त डॉ. प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि दयालबाग सत्संग सभा के मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है। सुनवाई पूरी होने के बाद ही इस संबंध में कोई निर्णय लिया जाएगा।