किसान नेता भूरी सिंह ने बताया कि राधा स्वामी सत्संग सभा के पदाधिकारियों से पीड़ित ग्रामीणों की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। इनकी हरकतों से महिलाएं बहुत परेशान हैं। महिलाओं का कहना है कि अपना मकान बेचकर कहीं और रह लेंगे। यहां रहकर अपनी जिंदगी गुजारना मुश्किल लग रहा है। भूरी सिंह का कहना है कि जिन किसानों और ग्रामीणों की जमीनों पर जबरन कब्जे किए गए हैं। प्रशासन ने आज तक उन्हें कब्जामुक्त नहीं कराया है। चौधरी भूरी सिंह ने बताया कि चार गांवों के लोग मकान बेचकर बाहर बसने का मन बना चुके हैं। दो-तीन दिन में कुछ और गांवों सहित 11 गांवों में वहां के लोग मकान बिकाऊ के पोस्टर लगाएंगे। मकान बिकते ही यहां से पलायन कर जाएंगे।
पीड़ितों का कहना है कि प्रशासन हमारी जमीनों को कब्जामुक्त कराने के लिए कार्रवाई करे। हम लोग प्रशासन की मदद के लिए आगे आने को तैयार हैं। भूरी सिंह ने बताया कि प्रशासन और पुलिस भी मदद करने को तैयार है। शुरू में सत्संग सभा के कब्जे हटाए भी गए। लेकिन सत्संग सभा के पदाधिकारियों के बवाल के बाद प्रशासन और पुलिस भी पीछे हट गई। ऐसे में गांव वालों ने निर्णय लिया कि अब अपने मकान और दुकान बेचकर कहीं और बस जाएंगे। ग्रामीणों का कहना है कि जब कोई मदद करने को तैयार नहीं है तो गांव में रहने का क्या फायदा है।