मंदिर अधिग्रहण की बात भूल जाए उन्होंने कहा कि यहां आकर देखा तो लगा कि भक्तों के लिए और भी व्यवस्थाएं और सुख सुविधाएं होनी चाहिए। यंहा गन्दगी मिली है। साफ़ सफाई की विशेष आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश सरकार मन्दिर के अधिग्रहण की बात भूल जाए। सरकार सुप्रीम कोर्ट से बड़ी नहीं है। सुप्रीम कोर्ट सरकार को भी बर्खास्त भी कर सकता है। भरतपुर रॉयल फैमिली रिलीजियस एंड सेरिमोरियल ट्रस्ट ही यहां भक्तो के लिए बेहतर व्यवस्थाएं करायेगा। गोवर्धन में श्री श्राइन बोर्ड के गठन के मामले में विरोध के चलते राजा के पहुंचते ही हलचल मच गई। यहां हजारों सेवायत अधिग्रहण के विरोध में हैं। सरकार लख़नऊ से घोषणा कर चुकी है।
सपत्नीक पूजा अर्चना कर मांगीभरतपुर रियासत के राजा विश्वेन्द्र सिंह अपनी पत्नी महारानी दिव्या सिंह पूर्व सांसद व पुत्र कुंवर अनिरुद्ध सिंह के साथ मानसी गंगा के तट स्थित मुकुट मुखारविंद मन्दिर पहुँचे। विधि विधान से पूजा अर्चना की। मन्दिर की प्रमुख शिला पर माल्यार्पण किया। इसके बाद दूध चढ़ाया। फिर राजा के मन्दिर तलहटी पहुँचे।
साथ में पहुँचे अवागढ़ के नरेश कुँवर नरेंद्र सिंहगोवर्धन पहुंचे राजा विश्वेन्द्र सिंह का स्वागत अवागढ़ के नरेश व राष्ट्रीय लोकदल के जिलाध्यक्ष कुँवर नरेंद्र सिंह ने किया। भरतपुर रियासत के कुलपुरोहित रहे गोवर्धन निवासी विनोद लवानियां एडवोकेट, सिद्ध सिद्धांत
योग एकेडमी के प्रबंधक दाऊ दयाल लवानियां एडवोकेट ने भी स्वागत किया।