अस्पताल में दोनों की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि लखनऊ के काकोरी थाने में 30 मार्च को गांव करीमाबाद क्षेत्र के रहने वाले एक युवक ने अपनी 16 साल की बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस के अनुसार युवती कपड़ों की फिटिंग सही कराने के लिए दोपहर 2 बजे घर से निकली थी। शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। इसपर काकोरी थाने में परिजनों ने तहरीर दी। छानबीन में पता चला कि गांव के ही गुड्डू का लड़का शेखर बेटी को बहला-फुसलाकर ले गया है।
काकोरी थाना पुलिस को सर्विलांस की मदद से दोनों का सुराग मिला। इसके बाद थाने में तैनात एक दरोगा, दो अंडर ट्रेनी दरोगा और दो महिला सिपाही प्राइवेट गाड़ी से नोएडा पहुंचे। वहां एक बहुमंजिला इमारत में दबिश दी। वहां के एक फ्लैट से किशोरी को बरामद किया गया। आरोपी भी मौके से पकड़ा गया। दोनों को पुलिस गाड़ी से लखनऊ लेकर जा रही थी। इसी बीच यमुना एक्सप्रेसवे स्थित खंदौली टोल पर दोनों की हालत बिगड़ गई। दोनों उल्टियां करने लगे। उसमें भयंकर दुर्गंध आ रही थी। यह देख पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। दबिश में आई टीम ने घटना की अधिकारियों को जानकारी दी।
इसके बाद लखनऊ पुलिस दोनों को हरीपर्वत थाना क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल लेकर आई। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों ने जहरीला पदार्थ खाया है। एत्मादपुर एसीपी सुकन्या शर्मा का कहना है कि किशोरी और अपहरण के आरोपी को लखनऊ पुलिस इलाज के लिए पहले खंदौली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आई थी। वहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को देहली गेट स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद दोनों की हालत खतरे से बाहर है। सूचना पर किशोरी के परिजन आगरा आ गए हैं।
– आगरा से प्रमोद कुशवाहा की रिपोर्ट