एससीएसटी एक्ट के मामले में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश पलट कर लोकतंत्र पर कील ठोकने का काम किया है। 30 अगस्त का प्रदर्शन सिर्फ मिनी ट्रेलर होगा। मांग पूरी न होने पर 2019 के चुनाव में इसका असर अवश्य नजर आएगा। न्यायालय से हमें अब भी उम्मीद है। कोर्ट संशोधन के लिए नई अपील भी दाखिल की गई। कहा कि अब पानी सिर से ऊपर गुजर गया है। हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि देश को बांटने वाले काले कानून के खिलाफ है।
राष्ट्रीय प्रधान सचिव रवि प्रकाश अग्रवाल व राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष विनय अग्रवाल ने कहा सरकार यह सोच ले कि यदि एक्ट से पीड़ित 78 फीसदी लोग यदि सड़कों पर उतर आए तो क्या होगा। अपनी मांग के लिए क्या हमें भी अराजक बनना पड़ेगा? इस एक्ट को दोबारा लागू कर सरकार ने अखंड भारत की परिभाषा को तार-तार कर दिया है। मंडलाध्यक्ष मुरारीलाल गोयल ने अधिक से अधिक संख्या में सुबह 11 बजे 30 अगस्त को सुभाष पार्क पहुंचने की अपील की। गरीब सेना के अध्यक्ष बाल योगी ने कहा कि जिन लोगों को आरक्षण का लाभ मिला वह तो 2 अप्रैल को दूर खड़े थे और जिन्होंने जीवन में कभी आरक्षण का लाभ नहीं उठाया वह गुंडई पर उतर आए। क्योंकि उनके बीच अफवाह फैलाई गई थी कि आरक्षण खत्म हो गया। देवेश शुक्ला ने कहा कि ऐसा ही चलता रहा तो वह समय दूर नहीं जब सवर्ण दलित, वंचित और शोषित की श्रेणी में होंगे। बैठक में सर्व समाज के लोगों ने अधिक से अधिक संख्या में प्रदर्शन में भाग लेने का आश्वासन दिया। संचालन विनोद गुप्ता।
एससीएसटी एक्ट के विरोध में 30 अगस्त को अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के नेतृत्व में सर्वसमाज के लोग सुबह 11 बजे एकत्र होंगे। जिले भर से हजारों की संख्या में परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुमन्त गुप्ता के नेतृत्व में एकत्र लोग पैदल कलेक्ट्री तक प्रदर्शन करते हुए पहुंचेंगे। वहां जिलाधिकारी को प्रधानमंत्री मोदी के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा। डॉ. सुमन्त गुप्ता ने सर्वसमाज के साथ दलित वर्ग के लोगों से भी प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की है जो इस एक्ट को गलत और मनमुटाव की भावना को बढ़ाने वाला मानते हैं।
मुरारी प्रसाद अग्रवाल, दिनेश बंसल कातिब, विनोद अग्रवाल, छीतरमल अग्रवाल, डॉ. राकेश गुप्ता, संजय अग्रवाल, सुमन गोयल, आशा अग्रवाल, राकेश गुप्ता, शकुन बंसल, ज्ञान बंसल, शैलू अग्रवाल, केएम सिंघल, विवेक गर्ग, अविनाश गुप्ता, शैलेन्द्र अग्रवाल, चेतन वर्मा, मोनी पारीक, अमित बंसल, उमेश अग्रवाल, लक्ष्मी कुमार मित्तल, त्रिभुवन कठेरिया, हाजी आरके उस्मानी, कुलदीप शर्मा (राष्ट्रीय अध्यक्ष समान अधिकार पार्टी), देवेश शुक्ला, जितेन्द्र सिंह सिकरवार (राष्ट्रीय राजपूताना यूथ ब्रिग्रेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष). इं. आरएस तोमर (अध्यक्ष क्षत्रिय समाज आवास विकास), उपेन्द्र कुमार सिकरवार (अध्यक्ष क्षत्रिय समाज बालाजीपुरम), किशन उपाध्याय (ब्राह्मण समाज अध्यक्ष), पूर्व पार्षद राजपाल यादव, मनोज शर्मा (पार्षद राजपुर चुंगी), जितेन्द्र पाराशर (पार्षद भाजपा व जिलाध्यक्ष राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा), द्वारिका प्रसाद, संजीव सिंह, सौरभ शर्मा (जिलाध्यक्ष अनारक्षित समाज पार्टी), राजीव सक्सेना, बाबा बालयोगी (अध्यक्ष गरीब सेना), बेनी सिंह (कर्ण राजपूत समाज के मंडलाध्यक्ष) संत कुमार प्रजापति, मनीष अग्रवाल (अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश प्रभारी), मखेन्द्र सिंह (जिलाध्यक्ष क्षत्रिय सभा)।
बैठक में एससीएसटी एक्ट से पीड़ित 15 वर्ष नेवी में कार्यरत रहे मयंक गौतम ने बी भाग लिया। बताया कि किस तरह रियल एस्टेट का काम करने वाले उनके भाई को साजिश के तहत इस एक्ट का शिकार बनाया गया। वहीं बैठक में भाजपा के पार्षदों व अन्य कई पदाधिकारियों व दलित समाज के लोगों ने भी भाग लिया और एक्त के खिलाफ लड़ाई में साथ खड़े रहने की बात कही।