उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में ऐसी 20 ग्राम पंचायतें सामने आई हैं जिनमें प्रधानों का कार्यकाल समाप्त होने से पांच दिन के अंदर लाखों रुपए खर्च कर दिए गए। पंचायतों के खाते से बड़े पैमाने पर धनराशि निकाली गई है। मामला सामने आने के बाद जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पंचायती राज विभाग की कार्रवाई से ग्राम प्रधानों में हड़कंप मचा हुआ है। आने वाले कुछ दिनों में पंचायतों के चुनाव होने वाले हैं जिनमें जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत के साथ-साथ ग्राम पंचायतें भी शामिल हैं। ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 25 दिसम्बर को समाप्त हो चुका है, लेकिन फिरोजाबाद जनपद के 20 ग्राम प्रधान अपने कार्यकाल के अंतिम पांच दिनों में अपने मनमर्जी तरीके से धनराशि आहारित की।
इन ग्राम प्रधान और पंचायत सचिवों पर 10 लाख से ज्यादा की धनराशि ग्राम पंचायतों के खाते से निकालने का आरोप है। आरोपों के मुताबिक कुछ ग्राम प्रधानों ने तो 20, 30 और 40 लाख से भी ज्यादा की धनराशि इन पांच दिनों में निकाली है। उसकी भी किसी से कोई अनुमति नहीं ली गई। डीपीआरओ नीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि 20 ग्राम पंचायतों में मानक से अधिक धनराशि निकालकर उसका दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने बताया कि जिन ग्राम पंचायतों के खातों से अंतिम पांच दिनों में 10 लाख से ज्यादा की धनराशि बगैर वित्तीय और तकनीकी स्वीकृति के आहरित की गई है, उनके खिलाफ उच्चाधिकारियों के आदेश पर जांच कराई जा रही है।