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गोवर्धन पूजा की रीति, महत्व और शुभ मुहूर्त, अन्नकूट के बारे में भी जानिए

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को पड़ती है पूजा, 8 नवंबर गुरुवार को है गोवर्धन पूजा

आगराNov 08, 2018 / 06:31 am

अभिषेक सक्सेना

govardhan puja vidhi

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आगरा। बृज क्षेत्र में श्रीकृष्ण ने इन्द्रदेव के अहंकार को चूर-चूर कर दिया था। इन्द्र देव के क्षमा याचना करने पर उन्होंने इन्द्रदेव को क्षमा किया और सातवें दिन गोवर्धन पर्वत को भूमि तल पर रखा और ब्रजवासियों से कहा कि अब वे प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा कर अन्नकूट का पर्व मनाएं। तभी से यह प्राचीन पर्व के रूप में प्रचलित है और आज भी पूर्ण श्रद्धाभक्ति से मनाया जाता है। वैदिक सूत्रम चेयरमैन भविष्यवक्ता पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि दीपावली के पर्व के बाद अगले दिवस कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष गोवर्धन पूजा पर्व 8 नवंबर दिन गुरुवार को मनाया जाएगा। लेकिन उस दिन प्रतिपदा तिथि रात्रि में 9 बजकर 9 मिनट तक रहेगी इसलिए गोवेर्धन पर्व की पूजा रात्रि 9 बजकर 9 मिनट से पहले सम्पूर्ण कर लें। क्योंकि यह पर्व दीपावली पर्व के बाद पड़ने वाली कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को पड़ता है।
गोबर से गोवर्धन पर्वत का प्रतीक रूप निर्मित
वैदिक सूत्रम चेयरमैन पंडित प्रमोद गौतम ने बताया कि वैदिक प्राचीन पौराणिक प्रथाओं में इस पर्व के दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को प्रातःकाल में शरीर की तेल मालिश करके स्नान करने के लिए कहा गया है। इस गोवर्धन पर्व के दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को सभी श्रद्धालु इस दिन घर के द्वार पर गोबर से गोवर्धन पर्वत को प्रतीक रूप में निर्मित करते हैं। उसके तत्पश्चात गोबर का अन्नकूट बनाकर उसके सम्मुख श्रीकृष्ण, गायें, ग्वाल-बालों, इंद्रदेव, वरुणदेव, अग्निदेव और राजा बलि का पूजन किया जाता है। भारत वर्ष में यह पर्व विशेषरूप से किसानों द्वारा मनाया जाता है। महाराष्ट्र में इस दिन को विष्णु अवतार वामन की राजा महाबलि पर विजय के रूप में भी मनाया जाता है। अतः इस पर्व को ‘बलि प्रतिपदा’ एवं ‘बलि पड़वा’ भी कहा जाता है। गुजरात में कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को ‘गुजराती नववर्ष’ के रूप में भी मनाया जाता है।
गोवर्धन पूजा 2018 शुभ मुहूर्त

गोवर्धन पूजा पर्व तिथि- 8 नवंबर 2018, गुरुवार

गोवर्धन पूजा प्रातःकाल मुहुर्त- प्रातः 06:44 बजे से 08:53 बजे तक

गोवर्धन पूजा सायं काल मुहुर्त- दोपहर बाद 15:19 बजे से सायं 17:29 बजे तक
प्रतिपदा तिथि प्रारंभ – 21:32 बजे से (7 नवंबर 2018)

प्रतिपदा तिथि समाप्त- 21:09 बजे तक (8 नवंबर 2018)

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