मुख्यमंत्री योगी (Chief Minister Yogi) ने डीएम प्रभु एन सिंह से पूछा, तो उन्होंने बताया कि एक अस्पताल को डिबार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों की हर शिकायत की जांच कराई जाए। अस्पताल अगर तय कीमतों से अधिक वसूली करता है तो उसके विरुद्ध महामारी एक्ट में एफआईआर कराएं। उन्होंने डीएम को कार्रवाई की छूट देते हुए कहा कि हर मरीज को बेहतर उपचार उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है। जो भी अस्पताल इसके आड़े आएंगे, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।
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सांसद ने बताई अस्पतालों में हो रही दिक्कतें
मुख्यमंत्री ने राज्यमंत्री डॉ. जीएस धर्मेश, सांसद एसपी सिंह बघेल, राजकुमार चाहर, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, योगेंद्र उपाध्याय, हेमलता दिवाकर, राम प्रताप चौहान आदि से शहर के हालातों का फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक में राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे ने अपनी पत्नी के टेस्ट से जुड़ा मेडिकल कॉलेज का मामला बताया। इसके बाद उन्होंने इटावा, फिरोजाबाद के वेंटिलेटर की बात की तो मुख्यमंत्री तल्ख लहजे में बोले कि कही-सुनी नहीं, केवल आंखों देखी बताइए। सांसद से उन्होंने दो मिनट में बात कहने के लिए कहा। इसके बाद सांसद ने अस्पतालों में हो रही दिक्कतों के बारे में बताया।